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नोटबंदी की वजह से सैकडों लोगों की जान चली गई-- श्याम यादव

नोटबंदी की वजह से सैकडों लोगों की जान चली गई-- श्याम यादव

नोटबंदी की वजह से सैकडों लोगों की जान चली गई-- श्याम यादव

*पाकुड़, संवाददाता

 पाकुड़ शहर के सिद्धो - कान्हू पार्क के समीप विपक्षी दलो ने नोटबन्दी एवं जीएसटी के रूप में काला दिन मनाया झामुमो, जेवीएम एवं राजद ने शहर में बुधवार को नोटबंदी का एक 'ब्लंडर' (विनाशकारी आर्थिक नीति) करार दिया था। *झामुमो जिला अध्यक्ष श्री श्याम यादव*  के नेतृत्व में हुआ कार्यक्रम, श्री यादव ने सरकार पर हमला बोला काला दिवस मनाया उन्होंने कहा कि नोटबंदी एवं जीएसटी मोदी सरकार कि एक संगठित लूट है।
उन्होंने नोटबंदी के मुद्दे पर मोदी सरकार एवं रघुवर सरकार को जमकर घेरा झामुमो जिला अध्यक्ष श्री यादव ने कहा नोटबंदी अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र का काला दिन है, पता नहीं भाजपा सरकार को किसने यह सलाह दी थी।
श्री यादव ने कहा कि 8 नवंबर का दिन हमारे लिए काला दिन है। नोटबंदी से जीडीपी में गिरावट आई, हजारों लोगों की नौकरी गई। नोटबंदी एक बड़ी भूल थी। इससे इकोनॉमी को तगड़ा झटका लगा। इससे चीन को बहुत बड़ा फायदा पहुंचा।
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर हमला करते हुए *जिला अध्यक्ष श्री यादव*  ने कहा, "नोटबंदी काले धन से लड़ने के लिए नहीं था। यह सत्तारूढ़ राजनीतिक पार्टी के निहित स्वार्थों के लिए सिर्फ काले धन को सफेद धन में बदलने के लिए था। उनके लिए कालाधन सफेद राशि में बदल गया और देश अंधकार में चला गया। अभी भी कोई कालाधन विदेश से नहीं लाया गया। व्यावहारिक तौर पर इससे कुछ हासिल नहीं हुआ।"
*जिला अध्यक्ष श्याम यादव*  ने विस्तार पूर्वक बताया कि नोटबंदी के कदम की कड़ी आलोचना करते हुए इसे एक दानवी कार्य बताया और कहा कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है।
यह कार्य जल्दबाजी में लिया गया एक फैसला था और इसकी वजह से 75,000 उद्योगपतियों को भारत छोड़ने को बाध्य होना पड़ा। नोटबंदी न तो आतंकवाद से मुकाबला कर पाया और न ही काले धन से और न ही इससे देश के विकास में सहायता मिली। नोटबंदी के दानवी कृत्य से देश को पहले ही जीडीपी में 3 (तीन) लाख करोड़ रुपये मूल्य का नुकसान हो चुका है। असंगठित क्षेत्र में खास तौर से लाखों मजदूर अपनी नौकरियां खो चुके हैं। किसान भूखमरी के कगार पर हैं। नोटबंदी की वजह से सैकडों  लोगों की जान चली गई। मौके पर झामुमो जिला सचिव समद अली, पूर्व विधायक सुफल मरांडी, जिला उपाध्यक्ष अजीजुल इस्लाम, युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष मंटु भगत, जिला प्रवक्ता शाहिद इक़बाल, जेवीएम जिला अध्यक्ष अमृत पाण्डेय, राजद महासचिव सुरेश अग्रवाल, राजद जिला अध्यक्ष रोजमेरी हेम्ब्रम, महावीर भगत, जिला संगठन सचिव शाहीन परवेज, प्रखंड अध्यक्ष  मैनुल हक, सुलेमान बास्की, महमूद आलम, महिला जिला अध्यक्ष जोसेफिना हेम्ब्रम, मुलेउद्दीन शेख, महाफिजुर रहमान, जहूर आलम, निर्मल भगत, रेहान फारूकी, भगवती गुप्ता, कौसर आलम, अब्दुल उदूद, बबलू शेख ,अकबर अंसारी, याकूब अली, मंगल हांसदा, पप्पू अंसारी, तनवीर अली, संतोष भगत सहित सैकड़ों कार्यकर्ता धरना में मौजूद थे।

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