-->
हीरो या विलेन: फर्जी आईपीएस बन पुलिस के होश उड़ाने वाला अविनाश गिरफ्तार

हीरो या विलेन: फर्जी आईपीएस बन पुलिस के होश उड़ाने वाला अविनाश गिरफ्तार

हीरो या विलेन: फर्जी आईपीएस बन पुलिस के होश उड़ाने वाला अविनाश गिरफ्तार

दरभंगा, संवाददाता विजय कुमार शर्मा

शाहिद कपूर की एक फिल्म आयी थी ”फटा पोस्टर निकला हीरो” जिसमे अपने माँ की ख़ुशी के खातिर हीरो फर्जी पुलिस वाला बना और असली काम किया। कुछ उसी तर्ज पर पर दरभंगा जिले के पतोर ओपी क्षेत्र के पतोर निवासी शोभकान्त मिश्र का पुत्र अविनाश कुमार मिश्र ने अपने माँ बाप को खुश करने और समाज से जुर्म मिटाने केलिए फर्जी आईपीएस बना। समाज में असामाजिक तत्वों पर भी धौंस दिखाने और अधिकारियों पर सही ढंग से काम करवाने का दवाब देने केलिए अविनाश ने वर्दी पहनी और फर्जी आईपीएस बना। गोलीकांड की जांच में विलंब होने नही दिया। अगले दिन ही जांच करवा कर दो गिरफ्तारी भी करवा दी। एक व्यक्ति की बाइक पकड़ कर उससे 3500 की वसूली करने वाले थानाध्यक्ष की क्लास भी अच्छी खासी लगा दी। सबसे बड़ी बात कि अविनाश ने भले फर्जी आईपीएस का भेष धारण किया। पर कहीं भी एक पैसे की ठगी नही की।

पर बुधवार की रात फर्जी एनआइए अधिकारी बन कर फिल्मी अंदाज में पुलिस से गोलीकांड की जांच कराने का वाला अविनाश कुमार मिश्र आखिर पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। उसे पटना से बीती रात पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसके पास से हवाई फायरिंग वाला नकली पिस्टल भी मिला है। गिरफ्तार युवक 17 भाषाओं का जानकार है। एम टेक एवं एलएलबी भी किया हुआ है। वह आईपीएस की तैयारी भी कर रहा है और आज उसने दावा किया कि वह दो साल में आईपीएस बन के दिखायेगा। अविनाश ने बताया कि माँ बाप के सपनो में दबाव में फर्जी आईपीएस बना।

ज्ञात हो कि मंगलवार को इसका खुलासा होने के बाद पुलिस के होश उड़ गये। एसएसपी तक जब मामला पहुंचा, तो उन्होंने संबंधित व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई का आदेश दिया।  अविनाश ने फर्जी अधिकारी बन एपीएम थाना व पतोर ओपी की पुलिस को साथ लेकर 20 नवंबर को सुरहाचट्टी में हुए गोलीकांड की जांच करा दी थी। बता दें कि 20 नवंबर को सुरहाचट्टी स्थित देव ग्रुप रियल एस्टेट परिसर के सामने गोली चली थी। प्राइवेट कार से फर्जी अधिकारी एपीएम थाने पर पहुंचा व अपने को एनआइए का एसपी बताते हुए मामले में छापेमारी करने का निर्देश दिया। युवक की वर्दी पर लगे बैच पर आइपीएस एके मिश्रा लिखा हुआ था। बैच देख कर थाना व ओपी अध्यक्ष ने युवक को सलामी भी दी। सलामी का जवाब पुलिसिया अंदाज में देते हुए युवक एपीएम थानाध्यक्ष दिलीप कुमार पाठक व पतोर ओपी प्रभारी बीडी राम को साथ लिये मौके पर पहुंचा तथा मामले की जांच की।
बाद में पुलिस के साथ मिल कर गोलीकांड से जुड़े अपराधियों की धर-पकड़ के लिए छापेमारी भी की. इस दौरान वह पुलिस के साथ सुरहाचट्टी, शोभेपट्टी, पतोर आदि गांवों में भी गया। युवक को देख कर चौक-चौराहों पर चर्चा होने लगी कि यह तो पतोर गांव का रहनेवाला है और पुलिस को अपने को आइपीएस अधिकारी बता रहा है.
जानकारी पुलिस तक पहुंची तो उसके कान खड़े हो गये. एपीएम थाना की पुलिस ने मामले की जांच की, तो कथित आइपीएस अधिकारी की पहचान पतोर ओपी क्षेत्र के पतोर निवासी शोभाकांत मिश्र के पुत्र अविनाश कुमार मिश्र के रूप में हुई है. इस बीच, युवक पुलिस को चकमा देकर वहां से निकल चुका था।

0 Response to "हीरो या विलेन: फर्जी आईपीएस बन पुलिस के होश उड़ाने वाला अविनाश गिरफ्तार "

Ads 1

TOP CONTENT

ADS 3

ADS 4