
मिर्जाचौकी अस्पताल में तड़पता रहा घायल युवक, चिकित्साकर्मियों ने नही ली सुध, अस्पताल व्यवस्था है चौपट?
मिर्जाचौकी अस्पताल में तड़पता रहा घायल युवक, चिकित्साकर्मियों ने नही ली सुध, अस्पताल व्यवस्था है चौपट?
मिर्जाचौकी, संवाददाता।
साहिबगंज जिला अंतर्गत मंडरो प्रखण्ड क्षेत्र के मिर्जाचौकी रेलवे स्टेशन व मिर्जाचौकी थाना के बगल में स्थित सरकारी अस्पताल सिर्फ नाम का अस्पताल है। रात्रि सुविधा न होने के कारण बड़ी बड़ी इमारते कहला रही शोभा की वस्तु ।
ग्रामीणों में आक्रोश :-
घायल युवक तड़पता रहा मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल के सामने , मगर अस्पताल में रात्रि सुविधा न होने के कारण कोई देखने वाला नही । पहले भी कई बार ऐसा घटना हो चुका है जब गंभीर हालत में किसी मरीज को लाया गया हो । शाम 7 बजे एक युवक बाबुपर गांव की तरफ बाइक से जा रहा था मुफ्फसिल थाना क्षेत्र बाबुपर रोड में उसका एक्सीडेंट हो गया वो सड़क पर ही पड़ा रहा । कुछ देर बाद क्षेत्रीय लोग उस रास्ते से गुजर रहे थे और बेहोश पड़े युवक को देखा और उसे उठाकर सीधे मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल के सामने गेट पर लाकर रख दिया । मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल में तो रात्रि सुविधा था ही नही अब इसका इलाज हो भी तो कैसे बगल में एक प्राइवेट क्लीनिक भी था वहाँ भी इलाज करने से मना कर दिया गया । अब इस युवक की हालत बिगड़ती ही जा रही थी । लोगों ने इसकी सूचना मिर्जाचौकी थाना को दी उन्होंने क्षेत्र का पता लगा मुफ्फसिल थाना को सूचित किया । युवक की गाड़ी मिर्जाचौकी थाना में रख दी गयी उसके बाद लोगों के दबाव के कारण थोड़ा सा टीटमेंट मिर्जाचौकी अस्पताल में हुआ जो कम था युवक को अच्छे इलाज की आवश्यक्ता थी उसे थाना की गाड़ी के साथ साहिबगंज भेज दिया गया । मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल में रात्रि सुविधा न होने के कारण मरीजो की हालत हमेशा हो जाती है गम्भीर ।कुछ लोगों ने बताया कि युवक का घर बाराहाट है इसका नाम बबलू है । शाम 6 बजे अगर किसी का एक्सीडेंट हो जाये, हालत बिगड़ जाए तो मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल आकर अपना समय न गवाएं । मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल में रात्रि सुविधा नही है ।
युवक तड़पता रहा मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल के लेकिन सामने सुनने वाला कोई चिकित्साकर्मी उपलब्ध नही था।
क्या कहते है ग्रामीण :-
ग्रामीणों का कहना है कि मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल में रात्रि सुविधा की व्यवस्था होनी ही चाहिए , रात्रि में इलाज का पूरा अभाव है ।अंधेरा होते ही अस्पताल में छा जाता है अंधेरा गम्भीर हालत में मरीज सरकारी अस्पताल के सामने तड़पते ही रहते है देखने वाला कोई नही ।
ग्रामीणों के अनुसार अगर मिर्जाचौकी सरकारी अस्पताल के हालात अगर नही बदले तो जनांदोलन ही एक मात्र रास्ता है ।
0 Response to "मिर्जाचौकी अस्पताल में तड़पता रहा घायल युवक, चिकित्साकर्मियों ने नही ली सुध, अस्पताल व्यवस्था है चौपट?"
एक टिप्पणी भेजें