
नमामि गंगे परियोजना पर कार्यशाला का किया गया आयोजन
नमामि गंगे परियोजना पर कार्यशाला का किया गया आयोजन
गंगा का संरक्षण , संवर्द्धन जनभागीदारी से ही सम्भव- डॉ0 शैलेश कुमार चौरसिया उपायुक्त, साहेबगंज
गंगा की परियोजना से जुड़ना हमारे लिए गर्व की बात, यह नदी भारत के लिए महत्वपूर्ण, लोग इसकी सफलता के लिए आगे आएं- I J Sbrand De Jong , वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि
आज समाहरणालय सभागार, साहेबगंज में नमामि गंगे परियोजना पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। उपायुक्त साहिबगंज डॉ0 शैलेश कुमार चौरसिया, नगर परिषद के अध्यक्ष श्री राजेश गौड़, उप विकास आयुक्त श्रीमती नैंसी सहाय, माननीय विधायक बरहेट के प्रतिनिधि श्री पंकज मिश्रा के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई।
उपायुक्त साहिबगंज डॉक्टर शैलेश कुमार चौरसिया ने कहा कि नमामि गंगे योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए सरकारी संस्थानों के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गैर-सरकारी स्वयंसेवी संस्थानों को एक साथ मिलकर एकजुट होकर कार्य करना है। एक टीम की तरह कार्य कर साहिबगंज जिले को गंगा नगरी के रूप में स्थापित करना है। नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत गंगा तट पर बसे गांवों का विकास समरूपता से करना है। इस हेतु विभिन्न अवयव पर बजट तैयार किया जाएगा और एक विस्तृत कार्य योजना बनाकर क्रियान्वयन की प्रक्रिया शुरु की जाएगी।
उपायुक्त साहेबगंज, डॉ0 शैलेश कुमार चौरसिया ने कहा कि साहेबगंज जिला वासी सौभाग्यशाली है क्योंकि यह झारखण्ड राज्य का एकमात्र ऐसा जिला है जहाँ गंगा नदी बहती है। साहेबगंज जिले के 33 पंचायत और 78 गांव में कुल 83 किलोमीटर गंगा के तट पर बसे लोगों की यह जिम्मेवारी है कि कि वह गंगा के संरक्षण, संवर्धन मैं अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाना हो या गंगा का सौंदर्यीकरण करना हो बिना जनभागीदारी के यह कार्य संभव नहीं है। लोगों को अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा और स्वच्छता अपने घरों से शुरु करनी होगी। जब एक एक व्यक्ति अपने घर को स्वच्छ बना लेगा ,अपने घर के अवशिष्टों का निस्तारण सही ढंग से करेगा,तभी हम गंगा नदी के स्वच्छ अविरल होने की कल्पना कर सकते हैं।
उपायुक्त साहेबगंज डॉ0 शैलेश कुमार चौरसिया ने कहा कि नमामि गंगे परियोजना का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करना, उसका संरक्षण करना, उसकी लगातार मॉनिटरिंग करना तथा गंगा के बेसिन क्षेत्र का संरक्षण संवर्द्धन करना है।
उपायुक्त साहिबगंज डॉ0 शैलेश कुमार चौरसिया ने कहा कि साहिबगंज जिले की ब्रांडिंग की विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी ताकि गंगा नगरी के रूप में इसकी पहचान स्थापित की जा सके।विभिन्न रेलवे स्टेशनों, महत्वपूर्ण चौक-चौराहों,गंगा के किनारे सड़कों पर गंगा से जुड़ी योजनाओं नमामि गंगे के क्रियान्वयन एवं प्रावधानों की जानकारी का उल्लेख किया जाएगा। सभी कार्यालयों में गंगा की ब्रांडिंग की जाएगी। महत्वपूर्ण स्थलों पर भी गंगा की ब्रांडिंग के लिए विभिन्न ऑडियो विजुअल माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा। LED वैन के से नमामि गंगे से जुड़ी वीडियो का भी प्रदर्शन किया जाएगा। गंगा किनारे बसे पर्यटक स्थलों पर शनि परब कार्यक्रम का आयोजन भी कराया जाएगा। भविष्य में गंगा महोत्सव कार्यक्रम के लिए भी एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी।
इस अवसर पर वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री मनीष तिवारी ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा नमामि गंगे योजना के विभिन्न प्रावधानों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने गंगा एक्शन कमेटी के कार्य एवं दायित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत जिला स्तरीय गंगा एक्शन कमेटी में पदेन एवं नामित सदस्य हैं जिन की देखरेख में इस परियोजना का सफल क्रियान्वयन किया जाना है।उन्होंने गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की विभिन्न उपायों के बारे में बताया साथ ही गंगा नदी के संरक्षण के लिए सुधारात्मक एवं उपचारात्मक प्रावधानों पर भी प्रकाश डाला।
उप विकास आयुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने आदर्श गंगा ग्राम योजना के बारे में पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। उप विकास आयुक्त ने बताया कि जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय द्वारा नमामि गंगे परियोजना अंतर्गत गंगा नदी के किनारे स्थित पांच राज्यों के सभी गांवों को आदर्श गंगा ग्राम के रूप में विकसित करने के लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु ग्रामीण स्वच्छता की वृहद योजना का निर्माण किया गया है। इस हेतु गंगा किनारे बसे पांच राज्यों उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश,बिहार, झारखंड तथा पश्चिम बंगाल में स्थित 1657 ग्राम पंचायतों के 5216 गांवों को चिन्हित किया गया है। सभी पांच राज्यों के प्रत्येक जिले में ग्राम पंचायतों द्वारा गंगा ग्राम के रूप में विकसित किए जाने वाले गांव चयनित किए जाएंगे। झारखंड राज्य के साहेबगंज जिला में इस योजना के तहत प्रथम चरण में 5 गांव का चयन किया गया है। साहेबगंज प्रखंड के सकरी गली पंचायत अंतर्गत रामपुर इंग्लिश गांव, तालझारी प्रखंड के कल्याणी पंचायत अंतर्गत कल्याणी गांव राजमहल प्रखंड के रसलपुर पंचायत अंतर्गत कन्हैया स्थान गांव उधवा प्रखंड के अंदर पंचायत अंतर्गत सरगांव बरहरवा प्रखंड के बरारी पंचायत अंतर्गत गणेशपुर गांव को आदर्श गंगा ग्राम के रूप में चयनित किया गया है।* आदर्श गंगा ग्राम के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए गंगा ग्राम को खुले में शौच से शत-प्रतिशत मुक्त एवं व्यक्तिगत घरेलू शौचालयों के निर्माण द्वारा सामुदायिक स्वच्छता सुनिश्चित करना होगा। गांव में समुचित ड्रेनेज व्यवस्था के द्वारा गंदे जल को गंगा नदी में जाने से रोकना अपशिष्ट के समुचित जल निकास के लिए समुचित प्रबंधन और सुविधा उपलब्ध कराने तथा ग्रामीण स्वच्छता पर जोर देना होगा।भूजल संवर्धन तथा स्थानीय को तालाब नदी का संरक्षण शवों के समुचित संस्कार की व्यवस्था इत्यादि सम्मिलित है।
इस अवसर पर जिला योजना पदाधिकारी श्री राम निवास सिंह ने नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत किए गए कार्यों का भौतिक एवं वित्तीय लेखा जोखा भी प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर सभागार में उपस्थित जनप्रतिनिधियों जिला स्तरीय पदाधिकारियों संबंधित प्रखंड के बीडीओ एवं सीओ से भी सुझाव आमंत्रित किए गए।
इस अवसर पर पदाधिकारी साहेबगंज सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, तकनीकी विभाग के जिला स्तर के पदाधिकारी, साहेबगंज, बोरियो, राजमहल, तालझारी, उधवा, बरहरवा के BDO एवम CO उपस्थित थे।
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