
शिक्षक कभी रिटायर नहीं होते :- प्रमुख
विजय कुमार शर्मा पश्चिमी चंपारण बिहार
लौरिया।
शिक्षक कभी रिटायर नहीं होते । जहीर साहब तो लौरिया के ही नहीं पूरे जिला के एक धरोहर हैं। इनकी जितनी प्रसंशा की जाय ,वह कम है । उक्त बातें रविवार को राजकीय सम्मान के साथ साथ विभिन्न पुरस्कारों से नवाजे जा चुके राजकीय बालक विद्यालय के प्रधानाध्यापक महम्मद जहीर के सम्मान में आयोजित विदाई समारोह में मुख्य अतिथि प्रखंड प्रमुख शम्भू तिवारी ने कही । प्रमुख श्री तिवारी ने कहा कि महम्मद जहीर साहब से औरों को शिक्षा लेने की जरूरत है । इनकी ईमानदारी के बहुत किस्से हैं । इसी में पिछले वर्ष जिला पदाधिकारी रहे लोकेश कुमार सिंह ने मध्यान्ह भोजन का सही संचालन करने पर इन्हें पुरस्कृत किया था। ये उस पुरस्कार में मिले राशि को स्कूल के विकास में देकर एक मिशाल कायम की थी । ये कभी नंदनगढ़ में अपनी राशि खर्च कर देते हैं तो कभी अशोक स्तंभ में । गत वर्ष इन्हें पूरे विहार में तीसरे ब्यक्ति थे , जिन्हें राजकीय सम्मान से नवाजा गया । पूर्व प्रमुख परमानंद ठाकुर ने कहा कि जहीर साहब का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा । आज इन्हीं की देन है कि यह विद्यालय आदर्श विद्यालय के नाम से भी जाना जाता है । ये बहुत ही नेक और ईमानदार छवि के शिक्षक हैं,साथ ही इनकी ख्याति पूरे विहार में है । क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक ब्रजेश ओझा ने इन्हें एक आदर्श शिक्षक की उपमा दी तथा सभी शिक्षकों को सलाह दी कि आपसब भी इनके गुणों का अनुशरण करें । जिला शिक्षा पदाधिकारी हरेन्द्र झा ने कहा कि जहीर साहब इस जिला के एक धरोहर तो हैं ही , इसके साथ साथ एक विभुति भी हैं । इनकी जितनी प्रसंशा की जाय , वह बहुत ही कम है । उप महासचिव नागेन्द्र नाथ शर्मा ने कहा कि जहीर साहब ने अपना सारा समय बच्चों के भविष्य संवारने में लगाया। ये लौरिया के चप्पे चप्पे में अपने पैसे से पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए पेड़ पौधे लगवाए। अशोक स्तंभ को गोद तक लिया । ऐसे विरले बहुत कम जन्म लेते हैं । अपनी विदाई समारोह में अत्यंत भावुक होते हुए श्री जहीर ने कहा कि मैं तो हमेशा से अपनी नौकरी के प्रति वफादार रहने की चेष्टा करता रहा हूँ । जब सरकार ने मेरी नियुक्तिशिक्षक के रूप में की तो मेरा नैतिक कर्तव्य हुआ कि मैं अपने कार्यों के प्रति वफादार रहूँ , जिसका मैंने पालन किया । अब मैं आसपास के दबे कुचले , असहाय व निर्धन बच्चों को जीवन पर्यंत निशुल्क शिक्षा देने की सोची है । वही करूँगा । इधर कार्यक्रम की अध्यक्षता ओमप्रकाश पांडेय ने की , जबकि संचालन राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक ओबैदुररहमान ने की । विदाई समारोह में शिक्षविदों में अताउर रहमान, तेजप्रताप पांडेय, बैसी साहब, तेजनारायण पाण्डेय, बच्चा यादव, इंद्रेश तिवारी, गुलाब हुसैन , रंजीत कुमार वर्मा , बीरेन्द्र उपाध्याय, मुकेश कुमार , अंचल सचिव आदित्य कुमार तिवारी, महम्मद हारून , सहित सैकड़ों शिक्षक थे ।
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