
चेचक खसरा जैसी संक्रामक बीमारी में होमियोपैथिक ही सफलतम इलाज- डॉ० पद्मभानु सिंह
गुरुवार, 29 मार्च 2018
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चेचक खसरा जैसी संक्रामक बीमारी में होमियोपैथिक ही सफलतम इलाज- डॉ० पद्मभानु सिंह।
विजय कुमार शर्मा बगहा पश्चिमी चंपारण बिहार
बगहा :- ऋतु परिवर्तन के कारण मार्च से मई तक खसरा मिजिल्स या का चेचक जैसी संक्रामक बीमारियों फैलती हैं।अभी खसरा मिजिल्स का संक्रमण प्रारंभ हो चुका हैं।इसकी रोकथाम व प्रसार रोकने हेतु वन विकास भारती का होमियो सेवा अस्पताल बगहा खसरा प्रिमेन्टिम व क्यूरेटिव दवाये वितरित कर रहा हैं।खसरा
से प्रभावित क्षेत्रो में सक्रिय समाजसेवी वन विकास भारती की दवा प्राप्त कर इसका लाभ उठा रहे है।आप भी अपने क्षेत्र में खसरा की रोकथाम व इलाज में सहयोगी बन सकते है। परहित सरिस धर्म नही भाई।
डॉ० पद्मभानु सिंह ने बताया होमियोपैथिक दवाएं मोरबोलीनम 200 का एक खुराक मिजिल्स का बचाव करता हैं।
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