
अस्पताल के रोगियों का प्यास बुझाने वाला कोई नहीं
अस्पताल के रोगियों का प्यास बुझाने वाला कोई नहीं
विजय कुमार शर्मा प,च,बिहार
सरकारी एम जे के कॉलेज अस्पताल में मरीजों को पानी पीने के लिए पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है अस्पताल के अंतर्गत लगभग 8 से 10 चापाकल कई महीनों से खराब पड़े हुए हैं मगर अस्पताल प्रशासन केवल कागजी कार्रवाई करते नहीं थकते पीएचडी विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है केवल आश्वासन के बल पर सब चल रहा है रोगी और उसके परिजनों का प्रयास से हाल बेहाल हो रहा है पानी के लिए मरीज दर-दर भटक रहे हैं खासकर सर्जिकल वार्ड सेप्टिक वार्ड हलवे वार्ड के अलावा अन्य वार्डों के मरीज चापाकल खराब होने के कारण पानी के लिए तरस रहे हैं इनके अलावा मरीजों के साथ आए हुए उनके परिवार के बच्चों महिलाओं भी परेशान हैं अगर कुछ दिनों के अंदर चापाकल की मरम्मती का काम पूरा नहीं किया गया तो त्राहि त्राहि मच जाएगी और मरीज और उसके परिजन प्यास से मर जाएंगे
0 Response to "अस्पताल के रोगियों का प्यास बुझाने वाला कोई नहीं "
एक टिप्पणी भेजें