
निजी स्कूलो और बुक शेलरो की मिली भगत से बच्चो के अभिभावको की जेबो पर सीधे डाला जा रहाँ है डाका
निजी स्कूलो और बुक शेलरो की मिली भगत से बच्चो के अभिभावको की जेबो पर सीधे डाला जा रहाँ है डाका जिले के जिम्मेदार अधिकारी सरकार के मनसूबो पर फेर रहे है पानी
जिलासंवाददाता :-राकेश द्विवेदी संतकबीर नगर
स्कूलों के नए शिक्षा सत्र 2018- 19 की शुरुआत हो चुकी है । जिले के निजी स्कूलों के संचालक व बुक सेलरों की गठजोड़ ने एक बार फिर अभिभावकों की जेब पर डाका डालना शुरू कर दिया है । वही शिकंजा कसने का जिम्मा वातानुकूलित चैम्बर में बैठने वाले जिन डीआईओएस पर है उन्होंने अभी तक स्थलीय निरीक्षण ही नहीं किया है । अधिकारियों की हीला-हवाली की पराकाष्ठा इससे अधिक क्या होगी कि जब प्रदेश के मुखिया द्वारा प्राइवेट विद्यालयों की मनमानी पर अंकुश लगाते हुए नए नियम बना दिए गए हैं और इसके बावजूद भी उन नियमों को जमीनी स्तर पर यह अधिकारी लागू नहीं कर पा रहे हैं । बताते चलें कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी प्राइवेट विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के अभिभावकों की गाढ़ी कमाई पर डाका डाले इसके लिए प्रदेश सरकार ने तीन दिन पूर्व ही प्राइवेट विद्यालयों की मनमानी के खिलाफ कठोर नियम बनाए थे , डिप्टी सीएम ने भी नियमों का पालन न करने वाले विद्यालयों की मान्यता रद्द करने के साथ कठोर कार्रवाई करने की हिदायत दी थी , इसके बावजूद जिले में प्राइवेट विद्यालय संचालकों पर सरकार के आदेश का कोई असर नहीं दिख रहा है । क्योंकि इन नियमों का पालन कराने का जिम्मा जिन कंधो पर है उन्होंने अभी तक इन नियमों को लेकर कोई संजीदगी नहीं दिखाई है । डीआईओएस की लापरवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इस ओर कार्यवाही के नाम पर अभी तक कोई स्थलीय निरीक्षण ही नहीं किया है । बेपरवाह अधिकारियों की कार्यशैली के कारण ही इस बार भी अभिभावकों के साथ लूट-खसोट करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है । अभिभावकों के लूट की बानगी आपको जिले की अधिकतर विद्यालयों में देखने को मिल जायेगी
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