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सोशल मीडिया का युवाओं पर प्रभाव सकारात्‍मक और नकारात्‍मक ?

सोशल मीडिया का युवाओं पर प्रभाव सकारात्‍मक और नकारात्‍मक ?

सोशल मीडिया का युवाओं पर प्रभाव सकारात्‍मक और नकारात्‍मक ?

बिजय कुमार शर्मा की कलम से

क्‍या सोशल मीडिया से हो रहा है देश का माहौल खराब?

सोशल मीडिया एक ऐसा साधन है जिसका उपयोग सकारात्‍मक और नकारात्‍मक दोनों ही प्रकार से किया जा सकता है। लेकिन आजकल कई लोग इसका उपयोग नकारात्‍मक ऊर्जा फैलाने के लिए भी करते हैं। जिससे देश और समाज का माहौल भी नकारात्‍मक हो रहा है। आज के समाज में स्‍मार्ट फोन लगभग हर दूसरे व्‍यक्ति के पास है और हर व्‍यक्ति सोशल मीडिया पर एक्टिव रहता है। आज व्‍यक्ति दैनिक जीवन के जरूरी  काम करना भूल सकता है लेकिन मोबाईल में  सोशल मीडिया पर चल रही सारी गतिविधियों को देखना नहीं भूलता।

सोशल मीडीया मनोरजंन का एक बहुत बडा मंच बन चुका है। और आज का युवा इससे एक पल भी दूर नहीं रहना चाहता। ये कहना गलत नहीं होगा की आज का युवा इसका आदी हो चुका है। सुबह उठने पर सबसे पहले व्‍यक्ति अपना मोबाईल देखता है कि कल फेसबुक पर डाली फोटो पर कितने कमेंट आए या फिर अपने व्हाट्स -एप पर मैसेज चेक करेगा । मोबाईल को बार – बार चेक करना एक बीमारी ही तो है ओर इस गंभीर बीमारी से हर दूसरा मोबाईल उपयोगकर्ता ग्रसीत है।

सदुपयोग-

सोश्‍ल मीडिया का सकारात्‍मक उपयोग भी है जैसे सोशल मीडिया दुनिया भर के समाज और समाज के ज्ञान को प्राप्त करने में युवा पीढ़ियों की सहायता कर सकती है, क्योंकि वे वास्तविक समय में समाचार घटनाओं पर अपडेट किए जा सकते हैं। यह मनोरंजन का एक रूप है  जब तक यह अतिभारित नहीं होता, तब तक उनको फायदा हो सकता है। युवा लोग अपने दोस्तों के साथ तुरन्त संपर्क में हो सकते हैं और दुनिया भर में भी कनेक्शन बना सकते हैं। लेकिन उन कनेक्‍शन का सदुपयोग होना भी जरूरी है।

दुरुपयोग-

आज कई लोगों को  सोशल मीडिया का दुरुपयोग करते भी देखा जा सकता है। सोशल मीडीया पर लोग भडकाउ संदेश व वीडियों भेजते है जिसके कारण लोगों कि मानसिकता पर काफी प्रभाव पडता है और कई लोग तो भड़काऊ संदेश व वीडियो देखने के बाद घिनोना अपराध तक कर बैठते हैं। किसी भी समुदाय विशेष के लोगों को के खिलाफ गलत व भड़काऊ शब्‍दों का प्रयोग करना तो सोशल मीडिया पर आम बात हो चुकी है।

लेकिन इन सब चीजों का लोगों पर कितना भयानक प्रभाव पड रहा है ये हमें देखना होगा। ये सब समाज को बांटने व एक दूसरे के प्रति घृणा पैदा करने का काम कर रहें है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो एक दिन स्थिति काफी भयानक हो सकति है। जिसका परिणाम भी काफी भयानक होगा। इन सब को रोकने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए। अगर चाइना की बात की जाए तो चाइना ने अपने देश में फेसबुक और व्‍हाट्स एप को बेन कर रखा है। और अन्‍य कई देशों ने भी इनके लिए सख्‍त कानून बना रखें है।

बढ रही दूरियां-

सोशल मीडिया कहने को तो दुर बैठे लोगों में नज़दीकियां बनाने का काम करता है इंसान संसार में में कई भी अपने कनेक्‍शन बना सकता है। लेकिन गहनता से सोचा जाए तो लोग दूर बैठे लोगों से तो कनेक्‍शन जोड रहै है उनसे नज़दीकियां बना रहे है लेकिन अपने पास बैठे लोगों से दूरियां बनाए जा रहे है।

सोशल मीडिया से निश्चित रूप से बहुत से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, लेकिन युवा लोगों को इसे कैसे इस्तेमाल किया जाए ये सोचना होगा। सोशल मीडिया को संचार के लिए सकारात्मक स्थान के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

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