
चुनावी समीकरण: कैराना और नूरपुर की हार पर मंथन, 2019 में नई रणनीति से चुनाव लड़ेगी भाजपा
बुधवार, 6 जून 2018
कैराना और नूरपुर की हार पर भाजपा ने मंथन शुरू कर दिया है। मुरादाबाद में बुधवार को 14 जिलों की समीक्षा बैठक हो रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने विपक्ष को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से साफ कर दिया था। लेकिन कैराना और नूरपुर की हार ने 2019 के चुनाव के लिए चुनौती पेश कर दी है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे ने कहा कि 2019 के चुनाव की रणनीति पश्चिमी उत्तर प्रदेश को केंद्रित करके होगी। वेस्ट यूपी फतह का ताना-बाना बुना जा रहा है।
बुधवार को क्षेत्रीय कार्यशाला में प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे की मौजूदगी में पश्चिम के सभी सांसद और विधायक पहुंचे। दिल्ली रोड स्थित होटल ड्राइविंग 24 में कार्यशाला का शुभारंभ 12 बजे किया गया। समीक्षा बैठक के प्रारम्भ से ही कैराना और नूरपुर की हार हावी रही। कुछ भाजपा विधायक और सांसदों ने कहा कि हमारे वोट बैंक में इजाफा हुआ है लेकिन इसके बावजूद हम हार गए। महागठबंधन की चुनौतियां पर चर्चा की गई उस से पार पाने के लिए क्या-क्या रणनीति अपनानी चाहिए इस पर बात शुरू हुई। बैठक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सांसद विधायकों के अलावा संगठन के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे। बैठक रात तक चलेगी।
2019 में नई रणनीति से लड़ेगी भाजपा: महेंद्र नाथ पांडे
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ पांडे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के विकास को जनता पसंद कर रही है। कैराना नूरपुर के उपचुनाव में हार अलग मुद्दा है लेकिन अगर देखा जाए तो भाजपा के वोटों में जाता हुआ है। परिस्थितियां क्या रही किस वजह से हमारे इसी पर मंथन किया जा रहा है। 2019 के लिए में नई रणनीति तैयार कर रहे हैं उसी रणनीति के तहत पार्टी चुनाव लड़ेगी और जीतेगी। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुरादाबाद में आयोजित क्षेत्रीय कार्यशाला में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के समीकरणों के आधार पर ही ताना बाना बुना जा रहा है। और इसीलिए हम लोग इकट्ठे हुए जिसमें संगठनात्मक सुधार मतदाता सूची पुनरीक्षण बूथ संपर्क अभियान आदि पर चर्चा की जाएगी।