-->
आदिवासी समाज मुझे बुलाएगा तो मैं पाकुड़ फिर जाउंगा- स्वामी अग्निवेश

आदिवासी समाज मुझे बुलाएगा तो मैं पाकुड़ फिर जाउंगा- स्वामी अग्निवेश

स्वामी अग्निवेश बुधवार को रांची में थे. उनके साथ पाकुड़ में हुई मारपीट को लेकर वे दुखी थे. लेकिन जोश अब भी वही था. उनहोंने रांची के कार्यक्रम में साफ कहा कि मैं डरनेवाला नहीं हूं. मुझे आदिवासी समाज बुलायेगा तो मैं पाकुड़ फिर जाउंगा. इसके साथ ही उन्होंने झारखंड के रघुवर सरकार पर हमले तेज कर दिये. बता दें कि पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा में मंगलवार को स्वामी अग्निवेश के साथ भाजपा से जुड़े अन्य संगठन के लोगों ने मारपीट की थी. उनके कपड़े तक फाड़ दिये थे.

स्वामी अग्निवेश के साथ कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता गौतम सागर राणा ने बुधवार को रांची में एक साथ प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर हमला बोला. सभी ने एक सुर में कहा कि लिट्टीपाड़ा में स्वामी अग्निवेश पर हुआ हमला सरकार की सुनियोजित साजिश थी. स्वामी अग्निवेश के साथ-साथ सहाय और मरांडी ने भी हमले की किसी रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग की.


होटल बीएनआर चाणक्य में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वामी अग्निवेश ने राज्य सरकार के साथ-साथ राज्यपाल पर भी आदिवासियों की अनदेखी करने के आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जून में वह रांची आये थे और तब मुख्यमंत्री के साथ-साथ राज्यपाल से भी मिले थे. दोनों से कहा था कि आदिवासियों के हितों की अनदेखी न करें. उन्हें संरक्षण देने वाले पेसा कानून को लागू करवाएं. पांचवीं अनुसूची पर कदम उठाएं, ताकि आदिवासियों के हितों की रक्षा हो सके.

अग्निवेश ने कहा कि बुधवार सुबह 11 बजे राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से उनकी मुलाकात का समय तय था, लेकिन उसे रद्द कर दिया गया. उन्होंने बताया कि उनके पाकुड़ जाने की जानकारी मुख्यमंत्री और राज्यपाल दोनों को थी. फिर भी उन्हें सुरक्षा नहीं दी गयी. सीआइडी ने भी ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं दी, जिससे वह सतर्क रहते. स्वामी अग्निवेश ने जोर देकर कहा कि उन पर हुए हमले के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), भारतीय जनता युवा मोर्चा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोग शामिल हैं.

स्वामी अग्निवेश पर हमले के बाद शिवानंद तिवारी बोले- देश में डरावनी स्थिति बनी हुई है

स्वामी अग्निवेश ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि संघ से जुड़े प्रसन्न कृष्ण असामाजिक तत्व है. भाजपा का एक पार्षद भी उन पर हमला करने वालों में शामिल है. उन्होंने कहा कि जिस वक्त वह होटल से बाहर निकले, उनकी सुरक्षा के लिए कोई सिपाही मौजूद नहीं था. ईश्वर की कृपा थी कि वह बच गये. उन्होंने कहा कि रांची से दिल्ली लौटने के बाद एम्स के ट्रॉमा सेंटर में इलाज करवाएंगे.

स्वामी अग्निवेश ने यह भी कहा कि अगर इस तरह के हिंसा की आशंका थी, तो मुझे सचेत करना चाहिए था. पाकुड़ में मैं जहां ठहरा था, वहां सुरक्षा नहीं थी. जिस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गया था, वहां के लोगों ने इसकी जानकारी प्रशासन को दी थी. फिर भी सुरक्षा नहीं दी गयी. उन्होंने कहा कि मुझ पर हमला करनेवाले एबीवीपी और भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ता थे. अगर पत्रकार वहां नहीं होते, तो कुछ भी हो सकता था. मैं उनके सामने हाथ जोड़ता रहा, लेकिन वे मुझे लात-जूतों से मारते रहे. हालांकि मैं इससे डरनेवाला नहीं हूं. यदि आदिवासी समाज मुझे बुलाएगा तो मैं पाकुड़ फिर जाउंगा.

0 Response to "आदिवासी समाज मुझे बुलाएगा तो मैं पाकुड़ फिर जाउंगा- स्वामी अग्निवेश"

Ads 1

TOP CONTENT

ADS 3

ADS 4