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मप्र में पत्रकार की हुई हत्या.? सरकार की उदासीनता का परिणाम

मप्र में पत्रकार की हुई हत्या.? सरकार की उदासीनता का परिणाम

मप्र में पत्रकार की हुई हत्या.? सरकार की उदासीनता का परिणाम

विजय कुमार शर्मा
   

होशंगाबाद :NKB। नगर के वरिष्ठ पत्रकार एव साप्ताहिक समाचार पत्र सतरस्ते के वेताल के संपादक प्रमोद सराठे “मिश्रा” का शव आज शाम पुलिस को सतरस्ते पर स्थित मुखर्जी काम्प्लेक्स के फ्लेट नम्बर 301 मे उनके ही कमरे संदिग्ध हालात मे मिला । बताया जा रहा कि लाश एक सप्ताह के आसपास की है। शव मे कीड़े लग चुके है । प्रत्यक्ष दर्शी  की माने तो प्रमोद मिश्रा का शव घर के अंदर कमरे मे था और बाहर से ताला लगा हुआ था। बहरहाल मौके पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पहुच चुके थे। फरेंसिक एक्सपर्ट भी मौके पर पहुंची है । गौरतलब रहे पत्रकार प्रमोद मिश्रा की लाश जिस हालात मे मिलना बताया जा रहा है उससे तो पूरा मामला संदिग्ध लग रहा है। क्योकि पत्रकार की लाश अंदर कमरे मे और बाहर से ताला लगा होना किसी बडी घटना की और इंगित कर रहा है । बताया जा रहा किस पडोसी ने बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी।
उनका एक टाइटल जो हमेशा सबके जहन में रहेगा था वो था सतरास्ते का बेताल जो कि खबर पूरी होने के बाद वापिस बेताल सतरास्ते के स्तम्भ पर बैठ जाता है
वरिष्ठ पत्रकार संजय उपाध्याय ने बताया कि वे एक कर्मशील पत्रकार संघ में पदाधिकारी भी थे मुझे उनके साथ 2 साल काम करने का मौका मिला बड़ा अफसोस कि मेरे बाहर होने से में वहां नही पहुच पाया
मामला संदिग्ध हो सकता है वे शहर के वरिष्ठ संपादक थे और लगातार अपनी कलम से लोगो ओर प्रशासन को जगाते रहते थे कई नेताओं के विषय मे खबरे भी बड़ी बेवाकी से छापते थे।
इस घटनाक्रम की पुलिस बारीकी से जांच कर रही है।

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