
कल्याणकारी योजना मे जमकर बिचौलिया प्रथा हावी
एक तरफ केंद्र व राज्य सरकार असहाय व गरीबो को एक अदद छत देने के लिए कल्याणकारी योजना के लिए दिन रात एक कर रही है वहीं दूसरी तरफ सरकार की इस योजनाओ मे जमकर बिचौलिया प्रथा भी हावी हो गयी है । मामला पाकुड नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंo 3 के छोटी अलिगंज मोहल्ले का है । छोटी अलिगंज नवासी अबल कृष्णा देवी पति स्व रविन्द्रनाथ तिवारी पिछले तीन वर्षो से अकेले, बाँस पन्नी मिट्टी के द्वारा बनाए गए झोपडी मे गुजर बसर कर रही है । प्रधानमंत्री आवास की योग्य आवेदिका कृष्णा देवी से बात की गई तो उन्होने बताया कि पिछले दो माह पूर्व उसने पी एम आवास के लिए आवश्यक व अपेक्षित कागजात आवेदन के साथ वार्ड पार्षद अजय रविदास के घर जाकर जमा किया है लेकिन वार्ड पार्षद ने कृष्णा देवी के आवेदन पर उसका हस्ताक्षर नही करवाया । इस बाबत जब वार्ड पार्षद से बात की गई तो उन्होने बताया कि उनका आवेदन पी एम आवास के लिए राँची भेज दिया गया है । बिना हस्ताक्षर के आवेदन को विभागीय स्तर पर ग्राह्य करने के बाबत जब वार्ड पार्षद से पूछा गया तो उन्होने बताया कि बाद मे हस्ताक्षर करवा लिया जाएगा । इस मुद्दे पर लिट्टीपाडा प्रखंड मे कार्यरत व इस योजना के विशेषज्ञ प्रिंस जी ने बात करने पर बताया कि बिना हस्ताक्षर के इस योजना के किसी आवेदन को विभाग स्वीकार ही नही कर सकता है एवं पी एम आवास से संबंधित कोई भी कागजात राँची भेजा ही नही जाता है बल्कि इसका निष्पादन संबंधित आफिस ही करता है । इस बाबत नगर परिषद के कार्यपालक श्री गंगाराम ठाकुर ने बताया कि आवेदक के बिना हस्ताक्षर के आवेदन को स्वीकार करने का सवाल ही नही होता है लेकिन इस मामले मे अगर आवेदक की ओर से लिखित शिकायत की जाएगी तो अवश्य कार्यवाही होगी । मजेदार बात तो यह है कि कृष्णा देवी अपनी उक्त समस्या के बाबत भाजपा सोशल मिडिया के सह संयोजक अजय भगत से मिली थी । अजय भगत से जब बात की गई तो अजय भगत ने बताया कि इस मुद्दे पर जियो टेकिंग का कार्य कर रहे रंजीत चौबे से बात हो गई है । सवाल यह है कि आखिर वार्ड पार्षद बिना हस्ताक्षर के आवेद लिया क्यू ? और अगर लिया तो संबंधित कागजात के राँची भेजे जाने का झूठा आश्वासन क्यो दे रहा है और जब उक्त आवेदन ही प्रथम दृष्टया अस्वीकार हो जाएगा तो फिर रंजीत चौबे किस आधार काम हो जाने का दावा भाजपा नेता से कर रहा है ? ऐसे कई सवालो के जबाब अपेक्षित है ।
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