-->
जल ही जीवन है, जल संरक्षण बेहद जरूरी

जल ही जीवन है, जल संरक्षण बेहद जरूरी

पलामू : जल ही जीवन है। इस लिए जल संरक्षण बेहद जरूरी है। सरकार के स्तर से जल संरक्षण के प्रति कई योजनाएं संचालित हैं। करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। विश्व जल संरक्षण दिवस के अवसर पर नेता से लेकर पदाधिकारी तक जलस्त्रोतों को बचाने व जल संरक्षण के प्रति लंबा-चौड़ा भाषण देते हैं। हालांकि खुद की ही भाषण पर वे अमल तक नहीं कर पाते। शायद यही कारण है कि बीते तीन दशक के बीच शहर से लगभग एक दर्जन कुएं गायब हो गए। कई को भर दिया गया तो कुछ का अतिक्रमण हो गया। सारे कुएं नगर निकाय के थे। बावजूद नगर निकाय को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। पुराने जल स्त्रोतों की कोई खोजबीन नहीं होती है। इसलिए कुएं जमींदोज भी होते गए। अब शहर के तीन-चार कुआं शेष बचा है। एलआइसी बिल्डिग के समीप स्थित कुआं आज भी बाजार का प्यास बुझाने में अहम भूमिका निभा रहा है। गर्मी आते ही हर वर्ष की तरह इस साल भी पूरे शहर में जल संकट विकराल रूप धारण करेगा। अगर महज कुंआ जिदा होता तो आधी आबादी का प्यास कुआं से ही बूझता। बावजूद नगर निगम प्रबंधन को इससे कोई लेनादेना नहीं है। दिलचस्प बात तो यह है कि बदलते समय के बीच नगर निकाय खुद के कुएं को भूल गया। कागज पर आज भी सारे कुएं जिदे हैं। लेकिन धरातल पर हकीकत कुछ और बयां कर रहा है। हमीदगंज निवासी 95 वर्षीय दिव्यांश सिंह ने बताया कि शहर में कई कुआं हुआ करता था। बदलते परिवेश के साथ कुआं पर भी लोगों की बुरी नजर लग गई। कई कुआं का अतिक्रमण कर लिया गया तो कुछ जमींदोज हो गए। नगर निगम प्रबंधक कुआं की खोजबीन करे। जल संचयन के लिए यह बेहद जरूरी है।

0 Response to "जल ही जीवन है, जल संरक्षण बेहद जरूरी"

Ads 1

TOP CONTENT

ADS 3

ADS 4