
बेटियों ने दिया पिता की अर्थी को कंधा मृतक को नहीं है कोई पुत्र, केवल चार पुत्री
बोकारो
विजय कुमार शर्मा बिहार
पिता की अर्थी को कंधा देकर शमशान जाती बेटियां
(बोकारो) के गर्री गांव में गुरुवार को बेटियों ने अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया. यह मार्मिक दृश्य देखकर क्षेत्र के लोगों की आंखें नम हो गई. जानकारी के अनुसार, रामशंकर प्रजापति के पुत्र निर्मल प्रजापति (उम्र 52 वर्ष) मंगलवार को अपने भाई को छोड़ने बहादुरपुर गए थे. वापस लौट कर कसमार के एक होटल में चाय पीने के बाद बेहोश होकर गिरे पड़े. उन्हें बीजीएच ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. चिकित्सकों ने मृत्यु का कारण ब्रेन हेम्ब्रेज बताया. मृतक के सभी भाई दिल्ली में रहने के कारण का दिन शव को मर्चरी में रख दिया गया. गुरुवार को उनका शव गांव लाया गया और अंतिम संस्कार के लिए कसमार के निकट खांजो नदी घाट ले जाया गया. मृतक ड्राइवर का कार्य करता था तथा उनका कोई पुत्र नहीं है. उनकी केवल चार पुत्री है. इसमें बड़ी बेटी निशु की शादी हो चुकी है. बाकी तीनों बेटियों खुशबू कुमारी (18 वर्ष), सुजाता कुमारी (15 वर्ष) एवं पायल कुमारी (13 वर्ष) ने अपने पिता की अर्थी को कांधा देकर घर से करीब दो किमी दूर श्मशान घाट तक ले गए. स्थानीय मुखिया सिकंदर कपरदार, समाजसेवी मुरारी कृष्ण चौबे, शेरे आलम सोनू, सूरज जायसवाल, कमलेश जायसवाल आदि ने इसे अत्यंत मार्मिक घटना बताते हुए बेटियों के हौसलों की प्रशंसा भी की है.
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