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शहनाइयों की गूंज पर भारी पड़ा कोरोना का खौफ

शहनाइयों की गूंज पर भारी पड़ा कोरोना का खौफ

बगहा प,च,बिहार

विजय कुमार शर्मा की कलम से बगहा प,च,बिहार

इस वर्ष में शहनाइयों की गूंज पर कोरोना का खौफ भारी पड़ रहा है। वही मौसम तो शुरू हो चुका है, लेकिन कोरोना का ख़ौफ और लाकडाउन में प्रशासन के सख्त रवैये के कारण मार्च अप्रैल  मई में होने वाली शादियां, तिलक, मुंडन संस्कार होने वाले अन्य मांगलिक कार्यक्रमों की या तो तारीख बढ़ा दी गई है या फिर आगे आने वाली  कार्यक्रम तक स्थगित हो गए हैं। जिन लोगों ने टेंट, लाइट, कैटर्स की बुकिंग करा दिया था उन्होंने निरस्त करा दिया है। फिर भी लोगों का मनोबल ऊंचा है, उनका कहना है कि इस महामारी से पहले बचना जरूरी है, कार्यक्रम तो बाद में भी हो जाएंगे।बगहा अनुमण्डल इलाके के कई निवासी  ने अपनी लड़के लड़की की शादी मार्च अप्रैल मई महीने में तय की थी, लेकिन सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए शादी स्थगित कर दिया गया है। बगहा नगर परिषद निवाशी कमलेश यादव, नंदकिशोर शर्मा ,पबरु सहनि, भरतु मियां, नूर मिया, सीताराम साह ,अखिलेश साह, सम्भु साह, इत्यादि लोगो ने  बताया कि पहले कोरोना जैसी महामारी की समस्या से सभी को निजात मिले, शादी बाद में भी हो जाएगी। या फिर भी डेट आगे बढ़ा दी है। उनका कहना है पहले सरकार के निर्देशों का पालन करना जरूरी है। पहले कोरोना को हराया जाए औऱ हिंदुस्तान को जिताया जाए। शादी तो बाद में भी हो जाएगी। इस तरह के अनेक उदाहरण हैं। लोग कोरोना को हराने के लिए प्रशासन का पूरा साथ दे रहे हैं, तथा घर में रहकर सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे हैं।  2020 में तय होने वाली शादियों में ग्रह नक्षत्रों का ऐसा संयोग रहा कि शादियां तो तय हुईं, लेकिन निश्चित समय पर नहीं हो सकीं, इस अनूठे संयोग को लोग आने वाली पीढ़ियों को सुनाकर इस भयानक बीमारी की जानकारी देंगे कि बीमारी इतनी भयावह थी, जिसने उनकी शादी भी टाल दी थी। लोग घरों में रहकर प्रशासन, पुलिस, डॉक्टर, सफाई कर्मी की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। अब तो धीरे-धीरे लोगों की आदत पड़ने लगी है कि एक दूसरे से दूरी बना कर ही सामान खरीदें। भीड़ वाली जगहों तथा बाहर जाने से लोग खुद परहेज करने लगे हैं।

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