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जनविरोधी बजट के खिलाफ सीटू से संबद्ध ठेका मजदूर यूनियन सिंदरी ने  विरोध मार्च निकाला और  सहारपुरा पहुंच कर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन का पुतला फूंका

जनविरोधी बजट के खिलाफ सीटू से संबद्ध ठेका मजदूर यूनियन सिंदरी ने विरोध मार्च निकाला और सहारपुरा पहुंच कर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन का पुतला फूंका

रवि फिलिप्स  (ब्यूरो चीफ धनबाद)

सिंदरी, 5 फरवरी,

जनविरोधी बजट के खिलाफ सीटू से संबद्ध ठेका मजदूर यूनियन सिंदरी ने कल्याण केन्द्र सिंदरी से विरोध मार्च निकाला और भूंजा मोड सहारपुरा पहुंच कर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन का पुतला फूंका गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि बजट में आम लोगों पर कथित अमृत काल में विष घोला गया है,  संसद में पेश किए गए युनियन बजट मे जहां खाद्य सुरक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य के क्षेत्र मे आवंटित किए जाने वाली राशि कम कर दी गई है । वहीं आम जनता के लिए केवल बड़ी - बड़ी घोषणाएं की गई है।

खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत दिए जाने वाले अनुदान पर इस बजट में मात्र 90 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है जबकि पिछली बार के बजट में 2.86 लाख रुपये की सब्सिडी खाद्यान्न के लिए थी इस प्रकार इसमें 31 प्रतिशत की कटौती की गई है। इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने बजट के पहले ही एन एफ एस ए के तहत गरीबों को अनुदानित दर पर मिलने वाले  चावल और गेहुं की आपूर्ति पर रोक लगा दी है. किसानों को उर्वरक पर दी जाने वाली सब्सिडी में पचास हजार करोड़ रुपये की कटौती की गई है। जिसका विपरित प्रभाव अनाज के उत्पादन पर पड़ेगा।ग्रामीण इलाकों में गरीबों को रोजगार प्रदान करने वाले मनरेगा के बजट में 33 प्रतिशत की कटौती यानि केवल 60 हजार करोड़ की ही राशि आवंटित किया जाना वित्तमंत्री  का ग्रामीण गरीबों के साथ क्रूर मजाक है ।और यह इस स्कीम पर सीधा  हमला है. मनरेगा मे मजदूरों का मार्च तक का बकाया ही  करीब 25 हजार करोड़ रुपये हो जाएगा.

आंगनबाड़ी कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी और पेंशन के संबंध मे वित्तमंत्री ने कुछ नहीं कहा है जबकि कोरोना काल मे यह अग्रिम मोर्चे के कार्यकर्ता थे। 

 किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले इसके संबंध मे इस बजट मे कुछ नहीं कहा गया है केवल हरित क्रांति की गोल - गोल बात की गई है. जबकि देश के किसान आंदोलन की यह एक प्रमुख मांग रही है. बढती बेरोजगारी और महंगाई से निपटने मे बजट में कोई योजना नजर नहीं आता है, साथ ही इस बजट मे देश के  गरीब बच्चों, नौजवानों, वृद्धों और महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं है।

वक्ताओं ने आगामी 5 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित मजदूर किसान संघर्ष रैली को सफल करने का आह्वान किया। वक्ताओं में सीआईटीयू के वरिष्ठ नेता काली सेनगुप्ता , ठेका मजदूर यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष विकास कुमार ठाकुर , महासचिव गौतम प्रसाद सचिव सूर्य कुमार सिंह, किसान सभा के वरिष्ठ नेता संतोष महतो , बीमा कर्मचारी संघ के नेता रजनीकांत मिश्रा ने अपना वक्तव्य रखा ।

कार्यक्रम में सुबल कुमार दास, पप्पू राजवाड़ , प्रफुल्ल कुमार स्वैन , गोपाल राय, राम प्रसाद मंडल ,रामलाल महतो, बबलू बाउरी, महादेव माझी ,गणेश टू डू , प्रफुल्ल महतो, नरेश महतो, मोगली मुरमुर ,श्रीमती सरस्वती चौधरी, बबीता सिंह, मुख्य रूप से  उपस्थित थे।

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