-->
वृहद झारखण्ड अलग राज्य के बिना झारखंडियों का सम्पूर्ण विकास वृहद झारखण्ड अलग राज्य के बिना झारखंडियों का सम्पूर्ण विकास असंभव है : बिरसा सोय

वृहद झारखण्ड अलग राज्य के बिना झारखंडियों का सम्पूर्ण विकास वृहद झारखण्ड अलग राज्य के बिना झारखंडियों का सम्पूर्ण विकास असंभव है : बिरसा सोय

भानुमित्र संवादाता, खरसावां। 
वृहद झारखण्ड जनाधिकार मंच का द्वितीय स्थापना दिवस सह मिलन समारोह खरसावां के मैदान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय महासचिव ज्योतिष महाली ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष बिरसा सोय उपस्थित हुए। श्री सोय ने कहा कि मंच यह द्वितीय स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि आज मंच द्वितीय स्थापना दिवस वृहद झारखण्ड के अलग अलग जिलों में मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि मंच ने इस दो वर्षों में झारखण्ड के विभिन्न क्षेत्र में संगठन को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि वृहद झारखण्ड अलग राज्य के बिना झारखंडियों का विकास असंभव है। वृहद झारखण्ड अलग राज्य बनाने के लिए वीर शहिदों और आंदोलनकारियों ने लगातार एक सौ बरसों तक आंदोलन किया।इसके बावजूद भी हम झारखंडियों को वृहद झारखण्ड अलग राज्य नहीं दिया गया यह हमारे साथ धोखा हुआ है। आज अगर वृहद झारखण्ड अलग राज्य बना होता तो झारखंडियों को देश का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हुआ होता। श्री सोय ने कहा कि खरसावां गोलीकांड भी वृहद झारखण्ड अलग बनाने का आंदोलन का ही हिस्सा है। श्री सोय ने कहा कि आज झारखंडियों का जल जंगल जमीन सुरक्षित नहीं है इसके लिए हमें अपने वीर शहिदों के सपनों को साकार करने की जरूरत है जो आज भी अधूरा है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड अलग राज्य बनने के 22 वर्षों के बाद भी झारखंडी जनता बेरोजगारी भूखमरी अशिक्षा कुपोषण पलायन के शिकार हो रहे हैं। आज भी हमारे लोग दो वक्त की रोटी के लिए दातून पत्तल और लकड़ी बेचते हैं। जबकि झारखण्ड एक ऐसा राज्य है जहां एशिया में सबसे अधिक खनिज संपदा यहां मौजूद है इसके बावजूद भी इस राज्य के आम जनता दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे हैं। केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष लॉरेंस जोजो ने कहा कि अब हम झारखण्ड को प्रयोगशाला नहीं बनने देंगे। उन्होने कहा कि झारखंडी जनता को उनका बहुमूल्य वोट हंडिया दारु मुर्गा और रुपया पैसा में हमारे झारखंडी नेताओं ने हमेशा से ठगने का कार्य किया है अब हम ऐसा होने नहीं देंगे। मंच की ओर से हर गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। केंद्रीय महासचिव ज्योतिष महाली ने कहा कि कुछ स्वार्थी नेताओं ने झारखंड को अपना बपौती संपत्ति समझ लिया है। उन्होंने कि झारखंड अलग राज्य बनने के 22 वर्षों के बाद भी झारखंडी जनता का विकास नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि झारखंडी नेताओं ने झारखंड राज्य के आम जनता का स्वर्णिम भविष्य को बर्बाद कर दिया। यही वजह है कि आज कोई भी झारखंडी नेता शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार नौकरी और जल जंगल जमीन की बात नहीं करके सिर्फ धर्म और मजहब की बात करके यहां के आम जनता को आपस में लड़ाने का कार्य कर रहे हैं। युवा मंच के जिला अध्यक्ष बिरसा बंकिरा ने कहा कि झारखंड के युवाओं को आगे आने की जरूरत है तभी हम अपने वीर शहिदों के सपनों को साकार कर सकेंगे। उन्होने कहा कि मंच की ओर विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को सेवा प्रदान करती है। अंत में खरसावां प्रखंड अध्यक्ष राजू मुंडा ने धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित थे।
केन्द्रीय अध्यक्ष बिरसा सोय, केन्द्रीय वरीय उपाध्यक्ष लॉरेंस जोजो, केन्द्रीय महासचिव ज्योतिष महाली, केन्द्रीय प्रेस प्रवक्ता जॉनसन गुड़िया, युवा मंच के जिला अध्यक्ष बिरसा बंकिरा, खरसावां प्रखंड अध्यक्ष राजू मुंडा, कुचाई प्रखंड अध्यक्ष मंगल सिंह मुंडा,भारत उरांव, जादू मुंडा, सोमरा उरांव, राजेश तियु, जेवियर गुड़िया, तेलेस्फोर जोजो, सिरिल गुड़िया, पिंगल गुड़िया, मानिक कुजुर, राजेन्द्र अमांग, टिंकु हेंब्रम, कुचू हेंब्रम, सोनू हेंब्रम, सुरेश कुजुर, सीताराम सोय, सुशांत जारिका, डिबरू पुर्ति, राम कुजुर, सुरु सरदार,सुकुरमुनी सरदार, जमुना उरांव, सावित्री उरांव, सुजाता उरांव, सोमबरी उरांव, आरती उरांव, प्रिया उरांव, रीता उरांव, करन हेंब्रम, सन्नी कुदादा, जादू गगराई, पोकलो हेंब्रम, आनंद हेंब्रम, गुरुवा हेंब्रम एवं सैकड़ों लोग उपस्थित थे।द्वितीय स्थापना दिवस सह मिलन समारोह खरसावां के मैदान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय महासचिव ज्योतिष महाली ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष बिरसा सोय उपस्थित हुए। श्री सोय ने कहा कि मंच यह द्वितीय स्थापना दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि आज मंच द्वितीय स्थापना दिवस वृहद झारखण्ड के अलग अलग जिलों में मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि मंच ने इस दो वर्षों में झारखण्ड के विभिन्न क्षेत्र में संगठन को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि वृहद झारखण्ड अलग राज्य के बिना झारखंडियों का विकास असंभव है। वृहद झारखण्ड अलग राज्य बनाने के लिए वीर शहिदों और आंदोलनकारियों ने लगातार एक सौ बरसों तक आंदोलन किया।इसके बावजूद भी हम झारखंडियों को वृहद झारखण्ड अलग राज्य नहीं दिया गया यह हमारे साथ धोखा हुआ है। आज अगर वृहद झारखण्ड अलग राज्य बना होता तो झारखंडियों को देश का नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हुआ होता। श्री सोय ने कहा कि खरसावां गोलीकांड भी वृहद झारखण्ड अलग बनाने का आंदोलन का ही हिस्सा है। श्री सोय ने कहा कि आज झारखंडियों का जल जंगल जमीन सुरक्षित नहीं है इसके लिए हमें अपने वीर शहिदों के सपनों को साकार करने की जरूरत है जो आज भी अधूरा है। उन्होंने कहा कि झारखण्ड अलग राज्य बनने के 22 वर्षों के बाद भी झारखंडी जनता बेरोजगारी भूखमरी अशिक्षा कुपोषण पलायन के शिकार हो रहे हैं। आज भी हमारे लोग दो वक्त की रोटी के लिए दातून पत्तल और लकड़ी बेचते हैं। जबकि झारखण्ड एक ऐसा राज्य है जहां एशिया में सबसे अधिक खनिज संपदा यहां मौजूद है इसके बावजूद भी इस राज्य के आम जनता दो वक्त की रोटी के लिए तरस रहे हैं। केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष लॉरेंस जोजो ने कहा कि अब हम झारखण्ड को प्रयोगशाला नहीं बनने देंगे। उन्होने कहा कि झारखंडी जनता को उनका बहुमूल्य वोट हंडिया दारु मुर्गा और रुपया पैसा में हमारे झारखंडी नेताओं ने हमेशा से ठगने का कार्य किया है अब हम ऐसा होने नहीं देंगे। मंच की ओर से हर गांव में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। केंद्रीय महासचिव ज्योतिष महाली ने कहा कि कुछ स्वार्थी नेताओं ने झारखंड को अपना बपौती संपत्ति समझ लिया है। उन्होंने कि झारखंड अलग राज्य बनने के 22 वर्षों के बाद भी झारखंडी जनता का विकास नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि झारखंडी नेताओं ने झारखंड राज्य के आम जनता का स्वर्णिम भविष्य को बर्बाद कर दिया। यही वजह है कि आज कोई भी झारखंडी नेता शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार नौकरी और जल जंगल जमीन की बात नहीं करके सिर्फ धर्म और मजहब की बात करके यहां के आम जनता को आपस में लड़ाने का कार्य कर रहे हैं। युवा मंच के जिला अध्यक्ष बिरसा बंकिरा ने कहा कि झारखंड के युवाओं को आगे आने की जरूरत है तभी हम अपने वीर शहिदों के सपनों को साकार कर सकेंगे। उन्होने कहा कि मंच की ओर विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को सेवा प्रदान करती है। अंत में खरसावां प्रखंड अध्यक्ष राजू मुंडा ने धन्यवाद दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित थे।
केन्द्रीय अध्यक्ष बिरसा सोय, केन्द्रीय वरीय उपाध्यक्ष लॉरेंस जोजो, केन्द्रीय महासचिव ज्योतिष महाली, केन्द्रीय प्रेस प्रवक्ता जॉनसन गुड़िया, युवा मंच के जिला अध्यक्ष बिरसा बंकिरा, खरसावां प्रखंड अध्यक्ष राजू मुंडा, कुचाई प्रखंड अध्यक्ष मंगल सिंह मुंडा,भारत उरांव, जादू मुंडा, सोमरा उरांव, राजेश तियु, जेवियर गुड़िया, तेलेस्फोर जोजो, सिरिल गुड़िया, पिंगल गुड़िया, मानिक कुजुर, राजेन्द्र अमांग, टिंकु हेंब्रम, कुचू हेंब्रम, सोनू हेंब्रम, सुरेश कुजुर, सीताराम सोय, सुशांत जारिका, डिबरू पुर्ति, राम कुजुर, सुरु सरदार,सुकुरमुनी सरदार, जमुना उरांव, सावित्री उरांव, सुजाता उरांव, सोमबरी उरांव, आरती उरांव, प्रिया उरांव, रीता उरांव, करन हेंब्रम, सन्नी कुदादा, जादू गगराई, पोकलो हेंब्रम, आनंद हेंब्रम, गुरुवा हेंब्रम एवं सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

0 Response to "वृहद झारखण्ड अलग राज्य के बिना झारखंडियों का सम्पूर्ण विकास वृहद झारखण्ड अलग राज्य के बिना झारखंडियों का सम्पूर्ण विकास असंभव है : बिरसा सोय"

Ads 1

TOP CONTENT

ADS 3

ADS 4