
विधायक जायसवाल ने गौरी भाऊ को दी निर्दलीय चुनाव लडऩे की चुनौती :
सोमवार, 6 फ़रवरी 2023
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आदर्श ठाकरे, ब्यूरो चीफ
खबर वारासिवनी विधानसभा क्षेत्र से:
नगर के विधायक जनसंपर्क कार्यालय में रविवार को वारासिवनी खैरलांजी विधायक खनिज विकास निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल के द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें विधायक जायसवाल के द्वारा प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आयोग अध्यक्ष बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन व समाजसेवी राजेश पाठक पर जमकर आक्रोश व्यक्त किया।
वही आयोग अध्यक्ष को भाजपा छोड़कर कमल निशान हटाकर वारासिवनी और बालाघाट में से किसी भी विधानसभा क्षेत्र से उनके साथ निर्दलीय चुनाव लडऩे की चेतावनी दे डाली।
श्री जायसवाल नेे कहा कि आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन सरकार में मंत्री नहीं बनाये जाने पारिवारिक कला जिसमें लड़की और दामाद को लेकर वह वर्तमान में फस्ट्रेट है जिससे वह पूरी विधानसभाओं में घूम घूम कर विधायक व स्थानीय नेताओं के बारे में अनर्गल बातें कर रहे हैं वह बुढ़ापे में सठिया गए हैं।
वह बात ऐसी करते है कि सब उन्होंने किया है जबकि हर व्यक्ति समझदार है वह समझता है कि जो व्यक्ति १५ साल कैबिनेट मंत्री रहते हुए जिले का और अपनी विधानसभा का विकास नहीं कर पाया वह क्या विधायक रहते विकास कर सकता है।
चुुनाव हराने और जीताने का पावर जनता को हैै गौरीशंकर बिसेेन को नही :
प्रदीप जायसवाल ने कहा कि आयोग अध्यक्ष कहते हैं प्रदीप जायसवाल को जीतने नहीं दूंगा दम है तो समर्थन वापस दे राजनीति नास्तेनाबूद कर दूंगा तो
उन्हें बता दूं कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया है हराने जिताने का पावर जनता के पास है यह उनका घमंड है और इतना घमंड तो रावण ने भी नहीं किया। यह सब जनता के हाथ में हैं गौरीशंकर बिसेन के हाथ में नहीं।
बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन की खुद की टिकट का ठिकाना नहीं है दूसरों के क्षेत्र में टिकट बांट रहे यह भी लोकतंत्र का अपमान है उनकी पार्टी हाईकमान क्या कर रही है। हम चैलेंज नहीं देते पर उनकी गलत बात का खंडन करते हैं प्रशासकीय बैठक में कहते हैं दम है तो समर्थन वापस देकर विकास करके दिखाओ तो उन्हें पता चलना चाहिए कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था है।
गौरीशंकर बिसेन ने १५ साल में एक पुल भी स्वीकृत नही करवा पाया :
श्री जायसवाल ने कहा कि मैं निर्दलीय विधायक हुं पहले कांग्रेस को समर्थन दिया फि र भाजपा को दिया और चुनाव जीतने के पहले दिन ही मैंने कह दिया था कि जिसकी सरकार बनेगी उसे समर्थन करूंगा। तो जो श्री बिसेन कह रहे हैं उन्हें इसकी समझ होना चाहिए। मैंने समर्थन देकर क्षेत्र का विकास किया तुम तो सरकार में रहे १५ साल मंत्री रहे फि र भी कोई काम नहीं करवा पाये और आज ४ साल विधायक हो तो श्रेय लूट रहे हो।
आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन बताओ बालाघाट में एक पुल भी स्वीकृत किया हो तो नल जल में ५ मिनट पानी शहर में नहीं मिलता है १०० करोड़ रुपए की योजना है १० साल से लोग परेशान हैं आपने कौन सी सड़क बना लिए कौन सा स्टेडियम बनायें।
आप तो सरकार में विधायक मंत्री रहते कोई काम नहीं करवाए अब विकास यात्रा निकालने वारासिवनी की याद आ रही है । क्योंकि यहां विधायक प्रदीप जायसवाल है और जहां प्रदीप जायसवाल है वहां विकास है तो यहां वारासिवनी खैरलांजी आ रहे हो आपके विधानसभा में कोई विकास नहीं हुआ इसलिए खैरलांजी में आए हो।
मेरी विधानसभा क्षेत्र के अधिकारियों को धमकाता है गौरीशंकर बिसेन :
श्री जायसवाल ने कहा कि बैठकों में अधिकारियों को कहा जाता है कि यहां का विधायक मैं हूं मेरे लेटर पर काम करें यदि जायसवाल के लेटर पर कम किया तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो।
मैंने कभी नहीं कहा कि विधायक बन कर तीर मार लिया है तीर तो जनता ने मारी है जिसने मुझे निर्दलीय विधायक बनाया। नगर पालिका और जनपद पंचायत खैरलांजी में निर्दलीय सरकार बनाई मैंने तो कुछ नहीं कहा। आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन को यह बौखलाहट है कि प्रदीप जायसवाल निर्दलीय कैसे जीत रहा है इस बौखलाहट को आप अपने क्षेत्र में रखो।
उद्योगपतियों से मिले है गौरीशंकर बिसेन :
श्री जायसवाल ने कहां की सोनेवानी की बात बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन करते हैं तो यहां अभ्यारण बने इसकी शुरुआत श्री बिसेन ने ही की थी और वह हमारे वरिष्ठ नेता है उनका हम अनुसरण करते हैं । उसी के आधार पर मैंने और सभी विधायक पूर्व विधायक डॉ योगेंद्र निर्मल सभी पूर्व विधायक सभी जिला पंचायत सदस्य जनपद सदस्य सरपंचो ने उनके समर्थन में ऐसे ९० जनप्रतिनिधियों ने मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिखा।
जिस पर सरकार ने स्वीकृति दी इस पर हमारा कहना है कि नागपुर और बालाघाट के जितने भी खदान मालिक का पूरा समूह आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के पास मिलने गया तो ऐसा क्या हुआ और आपको ऐसा क्या लगा कि अभ्यारण खुलने से जिले का नुकसान होगा। ऐसा था तो सभी ९० लोगों व मुझे और पूर्व विधायक डॉक्टर योगेंद्र निर्मल को बुला कर बताना था कि प्रस्ताव में गलती हुई है क्षेत्र का नुकसान है वापस लेते हैं हमको विश्वास में लिए बिना हम तो कारण जानना चाहते हैं।
गौरीशंंकर बिसेन खुद दोगला है :
करोड़पति अरबपति आपसे मिले तो क्या डील हुई की आपने अकेले निर्णय लिया इसे निरस्त करो इसका हमें जवाब दो हो सकता है आप हमें समझाते हम भी खड़े रहते। इस पर आपने यू.टर्न लिया मुझे दोगला बोलते हो दोगले तो आप हो आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन निर्णय परिवर्तन में क्यों नहीं पूछा इतनी क्या आपत्ति थी।
आचार विचार व्यवहार चरित्र भी ब्राह्मण जैसा होना चाहिए :
श्री जायसवाल ने कहा कि आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन कहते हैं मैंने राजेश पाठक ब्राह्मण को मारा तो किसे मारा वह बताएं थाने में रिपोर्ट क्यो नही किया है हमने किसी को गाली तक नहीं दी किसी से मारपीट नहीं किया।
आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने तो आरटीओ की मां बहन की गाली तक दे दी और यदि किसी ब्राह्मण को गाली दी है तो लोकतंत्र में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है कि वह ब्राह्मण है तो उसे हम कुछ नहीं कहेंगे। आचार विचार व्यवहार चरित्र भी ब्राह्मण जैसा होना चाहिए आप बात राजेश पाठक की कर रहे हैं तो वह आपके लिए सम्मानीय होगा हमारे लिए नहीं है।
अवैद्य घाट से रेत चोरी करते है राजेश पाठक :
राजेश पाठक अवैध घाट से रेत चोरी कर रहे हैं क्षेत्र के सरपंच और जनता यदि अपना ट्रैक्टर लगाते हैं तो उन पर चोरी का मामला पुलिस के साथ मिलकर बनाते हैं। सरपंच गांव की जनता को परेशान करोंगे तो निश्चित हम बोलेंगे। राजेश पाठक ने रेत घाट में बैलगाड़ी बंद करवा दिया था हमने कलेक्टर को बोला फि र वह चालू हुई।
राजेश पाठक ने लोगो से लिया रेत पार्टनर के नाम पर करोड़ो रूपये :
श्री जायसवाल ने कहा कि वारासिवनी के ७ से ८ लोगों का करोड़ों रुपये खाकर राजेश पाठक बैठा है जिसके लिए हमने उसे डांटे और कहा कि क्षेत्र के युवाओं को काम दो तो उन्होंने फ्लाइंग स्क्वार्ड बनाया जो सरपंच और आम इंसान के घर में छापा मारकर कर उनके ऊपर एफ आईआर करता था। जिसका मै ं विरोध तो करूंगा भले आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन समर्थन करें ।
राजेश पाठक जितने का भी पैसा खाकर बैठा है वह वापस दिलाऊंगा जो उसने पार्टनरशिप के नाम पर लोगों से लिया है और वापस नहीं कर रहा है यह बहुत बड़ा घोटाला है जैसा लांजी में डबल मनी हुआ था।
समाजसेवी और धार्मिक होने का नाटक करता है राजेश पाठक :
श्री जायसवाल ने कहा कि ऐसे चोरों को लेकर आयोग अध्यक्ष घूम रहे हैं राजेश पाठक बांदा कंपनी यहां के नेताओं को अंग्रेजों की तर्ज पर आपस में लड़ा कर राज करना चाहते हैं और जो जितना बड़ा डाकू होता है वह इतना बड़ा समाजसेवी और धार्मिक होने का नाटक करता है। कोरोना वायरस के समय इनका हम १ रुपये नहीं जानते आप काहे के समाजसेवी है यह लोग वहां पैसा देते हैं जहां उनकी फोटो लगेगी हार पहनाया जायेगा।
कभी किसी गरीब की मदद नहीं करते हैं और सरपंच व आम जनता को परेशान करते रहते हैं। सड़कें खराब होती है तो खदान मालिक की जवाबदारी होती है सरकार के साथ आप काम करें परंतु अपनी जवाबदारी भी समझे।
गौरीशंकर बिसेेन का यह रूप पागलपन का रूप है :
श्री जायसवाल ने कहा कि आयोग अध्यक्ष गाना गा रहे हैं कभी.कभी मेरे दिल में ख्याल आता है हम तुम एक कमरे में बंद हो और चाबी खो जाए प्रशासकीय बैठक में ऐसा गाना कौन गाता है। यह पागलपन नहीं तो और क्या है मैंने कौन सा गलत बोला।
गौरीशंकर बिसेन अपनी मर्यादा में रहे :
श्री जायसवाल ने कहा कि आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन मर्यादा में रहे मैंने कभी उनके पिता के लिए कुछ नहीं कहा कि वह क्या करते थे कैसे थे। गौरीशंकर बिसेन और उनकी पत्नी रोड पर खड़े रहते थे मेरे पिता जब निकलते थे तो उनको गाड़ी में सामने बैठा लेते थे और बालाघाट तक छोड़ते थे तो यह क्या बात करेंगे मेरे पिताजी की।
मेरे एक वोट से सरकार बनी वरना गिर जाती:
श्री जायसवाल ने कहा कि मैंने शिवराज सिंह चौहान को समर्थन आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन से पूछ कर नहीं दिया सरकार को जब जरूरत थी तब समर्थन दिया। प्रदीप जायसवाल का एक वोट से सरकार बनी वरना गिर जाती मेरे समर्थन का महत्व शिवराज सिंह चौहान जानते हैं और आज सरकार है तो पूरे जिले में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन दौरा कर रहे हैं। सरकार में प्रदीप जायसवाल का बहुत बड़ा योगदान है जो कांग्रेस सरकार में भी था मेरे समर्थन का असर इन्हें क्या पता होगा जब इन्हें समर्थन का महत्व नहीं पता।
गौरीशंकर बिसेन का सरकार में रहकर भी काम करना मुश्किल है:
श्री जायसवाल ने कहा कि मैंने क्षेत्र का विकास समर्थन में किया लोगों का तो सरकार में रहकर काम करना मुश्किल है जागपुर घाट पुल १५ साल मंत्री रहते नहीं बना ४ वर्ष के विधायक काल में हो गया। २० वर्ष में फ्लाईओवर नहीं बना मेरा दावा है कि इसकी शुरुआत मेरे डेढ़ साल के मंत्री काल में हुई जिसमें आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन का कोई हाथ या योगदान नहीं है।
आयोग अध्यक्ष कहते हैं कि जागपुर से बालाघाट क्यों नहीं लिखा है तो इनको कहना है कि मैं इंजीनियर हूं आप भले ही नकल मार के पास हुए होंगे। पहचान से होता है वारासिवनी पहचान है रामपायली पहचान है इसलिए वारासिवनी से खंडवा और रामपायली से बिठली लिखा है जागपुर पहचान नहीं है बालाघाट पहचान है इसलिए बालाघाट से जागपुर लिखा है। इतना ही था तो वैनगंगा पर कनकी से बिरसोला पुल क्यों नहीं बन गया वह तो आपकी विधानसभा का था।
जो व्यक्ति जिला योजना की बैठक में नही आता वह जीआईटैग कराने कहां जाएगा :
श्री जायसवाल ने कहा कि जीआई टैग मैंने शुरू किया रायपुर जबलपुर जाकर वैज्ञानिकों से मिला यूनिवर्सिटी घुमा बैठक किया वैज्ञानिकों को दिल्ली भेजा जिनके रुकने और खाने की व्यवस्था मैंने किया। १ साल में कृषि विश्वविद्यालय में भी पढ़ा हूं फि र इंजीनियरिंग करने के लिए मैं चले गया मुझे सब समझता है। जीआई टैग हुआ तो मेरी सरकार नहीं थी पर मैं विधायक था आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन को कहा कि जो व्यक्ति जिला योजना में तक नहीं आता वह जी आई टैग कराने कहां से जाएगा।
गौरीशंकर बिसेन धोती पहनने से कोई किसान नही हो जाता :
श्री जायसवाल ने कहा कि जब यह हुआ तो मुरझड़ के वैज्ञानिक मेरे घर मिठाई लेकर आए जिला गौरवान्वित हुआ है तब अगले दिन आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने पेपर पढ़कर दबाव डालकर वैज्ञानिकों को बुलाया और उसका श्रेय ले रहे हैं। श्री जायसवाल ने कहा कि मैं एक इंजीनियर किसान खिलाड़ी और राजनेता हूं आयोग अध्यक्ष गौरी शंकर बिसेन आप को क्या समझता है धोती पहनने से कोई किसान नही हो जाता है पानी अपने खेत में ले जाने से किसान हो जाता है क्या नहीं प्रदीप जायसवाल खैरलांजी के टेल तक पानी ले जाने की चिंता करता है।
आपने पानी अपने खेतों तक ले गए जिसके कारण खैरलांजी में सूखा पड़ता है सरकारी योजना आती है तो उसका लाभ आयोग अध्यक्ष लेते हैं ट्रैक्टर इनके पास जाएगा पानी इनके पास जाएगा तो आम और चिन्नोर का बगीचा इनका बनेगा। किसान वह होता है जो हर किसान की चिंता करता है।
मेरे क्षेत्र का विकास देखकर बौखलाए गौरीशंकर बिसेन :
श्री जायसवाल ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की शुरुआत उन्होंने की है जो आगे खुलेगा तो उसका श्रेय उन्हें आना चाहिए। क्योंकि आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन १५ साल मंत्री रहते हैं एक फ्लाईओवर स्टेडियम स्विमिंग पूल एस्ट्रोटर्फ बनाना तो दूर कभी पत्र तक नहीं लिखा। वर्तमान में बालाघाट की सड़कें देखो लाइटिंग देखो हमारे जैसा आपका विकास नहीं है इसलिए आप इसे देखकर बौखलाए जा रहे हो।
बैठक में कहते हैं गौरीशंकर बिसेन अधिकारियों की खाल उधेड़ दूंगा :
श्री जायसवाल ने कहा कि एक बैठक में प्रधानमंत्री भी इतने कपड़े नहीं बदलते जितने आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन बदलते हैं वह १ घंटे की जिला योजना की बैठक में तीन बार कपड़े बदल कर उपस्थित हुए। जिसमें पहली बार वह ट्रैक सूट पहने हुए थे फि र पूरा थ्री पीस सूट पहन कर आये और फि र बाद में वह शर्ट और पेंट यह पहली बार देखा की एक बैठक में कोई व्यक्ति तीन बार कपड़े बदल रहा हैं। वहां बैठक में कहते हैं कि अधिकारियों की चमड़ी मोटी हो गई है जिनकी खाल उधेड़ दूंगा।
भाजपा में गुड्डा जायसवाल आ गया तो मेरा और मेरी बेटी का क्या होगा:
श्री जायसवाल ने कहा कि कुत्ता आज तक मैंने नहीं पाला यह कितना झूठ बोलते हैं आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन इसका पता इसी से चलता है और यह कहते हैं कि वारासिवनी का विधायक वह स्वयं है जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा बिसेन है। वहीं कहते हैं कि फि र प्रदीप जायसवाल ने दारु मुर्गा खिलाकर चुनाव जीता है तो यह मेरा अपमान नही क्षेत्र की जनता और जिले की जनता का अपमान है। परंतु मैं समझता हूं और मेरी सहानुभूति भी है कि उनका पारिवारिक कला मंत्री नहीं बनने का टिकट को लेकर वह परेशान हैं और उससे भी ज्यादा वह इसलिए परेशान है कि यदि गुड्डा आ गया तो मेरा और मेरी बेटी का क्या होगा।
राजेश पाठक और डॉक्टर योगेन्द्र निर्मल ने आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के कान भरे हैं अपनी बचाने के लिए जिसके बाद से बीते ६ महीने से वह वारासिवनी विधानसभा में घूम रहे हैं। मैं अंतिम समय तक सरकार के समर्थन में हूं और तब तक मैं निर्दलीय रहूंगा एवं मेरी सहानुभूति श्री बिसेन के साथ है परिवार वाले उन पर ध्यान दें।
सोनेवानी अभ्यारण मामले में गौरीशंकर बिसेन उद्योगपतियोंं से मिले है :
श्री जायसवाल ने कहा कि सोनेवानी के मामले में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन बड़े.बड़े उद्योगपति राजेश पाठक ,श्री त्रिवेदी जो जनता को लूट रहे हैं उनसे मिलकर क्या बात किए इसकी जानकारी नहीं है पर वह पलट गये। वहीं बात रही मेरे मुख्यमंत्री बनने की तो मेरे साथ जो निर्दलीय थे उनके मोबाइल नंबर आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन के पास है वह उनसे फ ोन पर बात कर सकते हैं जो आज भी मुझसे नाराज है कि उनका मैंने प्रस्ताव रद्द किया था। इस बात के गवाह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी है जिन्हें मैंने फ ोन पर जानकारी दी थी जिसके बाद अगले दिन सभी निर्दलीयों को ले जाकर उनसे मिलाया भी था। उस समय कांग्रेस की सरकार ना बने इसलिए भाजपा अपने १०९ विधायकों का समर्थन हम सात निर्दलीय विधायकों को दे रही थी।
गौरीशंंकर बिसेेन ने विकास नहीं किया इसलियेे मुंह दिखाने लायक नहीं है :
श्री जायसवाल ने कहा कि मैंने क्षेत्र का विकास कभी प्रभावित नहीं होने दिया जो भी चीजें आई स्वयं पर झेल लिया। मैंने समर्थन शिवराज सिंह चौहान को दिया जिसके लिए जवाबदार शिवराज सिंह चौहान है ना कि गौरीशंकर बिसेन व उनके चेले चौपाटी वह वरिष्ठ नेता है मेरे पिता के बराबर है परंतु उन्होंने बालाघाट में विकास नहीं किया जिसके कारण वह मुंह दिखाने लायक नहीं है। लालबर्रा में तोडफ़ ोड़ कर दी उनका दर्द आज मैं समझ पा रहा हूं जबकि इनके पास कोई योजना नहीं है जो बहुत दुर्भाग्य है। इन्होंने मेरे पिता तक कहा है तो जवाब देना जरूरी है इसलिए मैं बोल रहा हूं विधायक गौरीशंकर बिसेन अपनी विधानसभा देखें इन्होंने हमारे यहां से एसडीएम तहसीलदार जनपद सीईओ सभी को लेकर गये अब पटवारियों को बुलाते हैं जो विधायक श्री बिसेन की बुद्धि पर प्रश्न चिन्ह है यह सठिया गए हैं।
मुुख्यमंत्री से की है गौरीशंकर बिसेन की शिकायत :
श्री जायसवाल ने कहा कि मेरे द्वारा उक्त विषय को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा कर आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन की शिकायत की गई है। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि उक्त विषय में देखते हैं और भी गौरीशंकर बिसेन के संबंध में कहा है परंतु वह बताने की जरूरत नहीं है यह सब उनका अंदरूनी मामला है।
भाजपा को समर्थन दिया और बदले में मैंने विकास लिया :
श्री जायसवाल ने कहा कि कांग्रेस ने मेरा साथ छोड़ा है फि र भी मैंने सबसे पहले समर्थन कांग्रेस को दिया और आयोग अध्यक्ष कहते हैं मैं कांग्रेस का नहीं हुआ अब उनको कौन बताये की कांग्रेस मेरी नहीं हुई। जब कांग्रेस सरकार गिरी तो विरोधी विधायक भाजपा के खेमे में गए मैं कमलनाथ के साथ जयपुर गया फिर जब सरकार गिर गई तो मैंने अपनी जनता से जो वादा किया था कि जो सरकार बनेगी उसे समर्थन दूंगा उसके तहत शिवराज सिंह चौहान को समर्थन दिया और बदले में मैंने विकास लिया।
निर्दलीय चुनाव लड़ के देख लेे गौरीशंकर :
श्री जायसवाल ने कहा कि आयोग अध्यक्ष बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन को इतनी दिक्कत है तो वह कमल का साथ छोड़कर वारासिवनी या बालाघाट में से किसी भी एक विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी बनकर प्रदीप जायसवाल के साथ चुनाव लड़ ले समझ में आ जाएगा कि निर्दलीय क्या होता है और बौखलाहट भी खत्म हो जाएगी
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