
सब्जी की खेती कर किसान बन रहे आत्मनिर्भर.
शुक्रवार, 17 मार्च 2023
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बालेस्वर प्रसाद महतो,नावाडीह संवाददाता
बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड अंतर्गत आहरडीह में खेती के लिए सिंचाई की सुविधा बहुत कम है। जिससे किसानों को खेती करने में काफी परेशानी होती है, लेकिन इस चुनौती के बीच भी नावाडीह प्रखंड के आहरडीह गांव के किसान अपनी पहचान सब्जी के खेती के लिए बना चुके हैं। उक्त गांव के लगभग 8 से 10 किसान अपने खेतों में सब्जी की खेती करते हैं। एक साल में 60 से 70 हजार रुपए की कमाई करते हैं। जिससे अपने परिवार का भरण-पोषण के साथ साथ अपने बच्चों को पढ़ाते हैं।आहरडीह गांव की खेतो में उपजे सब्जी निमियाघाट डूमरी के साथ-साथ धनबाद जिला में भी जाती है।हालांकि कभी-कभी ओलावृष्टि समेत अन्य कारणों से फसल को काफी नुकसान पहुंचता हैं, लेकिन सरकार से कोई मदद किसानों को नहीं मिलती है। जिससे किसानों में थोड़ी नाराजगी जरूर रहती है।
आहरडीह गांव के मनोज कुमार लॉकडॉन से सब्जी की खेती कर रहे हैं।समय के अनुसार सब्जी के फसल का चयन करते हैं और उसकी खेती करते हैं। जिससे वे काफी फायदा कमाते हैं। फिलहाल मनोज कुमार 10 से 12 कट्ठा में करेला,लौकी, शिमला मिर्च तथा खीरे की खेती कर रखें हैं जो लगभग तैयार हो गया है।जिससे हजारों रुपये की कमाई किसान मनोज कुमार की होगी। मनोज कुमार ने बताया कि धान की खेती साल में सिर्फ एक बार होती है।
उसमें पानी की आवश्यकता भी ज्यादा होती है। मेहनत भी ज्यादा लगती है। वहीं लागत के अनुसार कमाई भी कम होती है। जबकि सब्जी की खेती हम साल भर करते हैं। इसमें कम लागत में अच्छा मुनाफा होता है। वहीं उक्त गांव के किसान कमल किशोर महतो, चेतलाल महतो, अजय कुमार, छत्रधारी महतो ने भी अपनी खेतों में फिलहाल लौकी,खीरा, करेले की खेती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि समय-समय पर टमाटर, बैगन समेत अन्य सब्जी की भी खेती करते हैं। इसमें पारंपरिक खेती से ज्यादा लाभ होता है।
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