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विशेष सहयोगी दस्ता भर्ती से नक्सलियों में दहशत

विशेष सहयोगी दस्ता भर्ती से नक्सलियों में दहशत

आदर्श ठाकरे,ब्यूरो चीफ
Mo.7723084586

विशेष सहयोगी दस्ता भर्ती से नक्सलियों में दहशत का माहौल है। पुलिस भी नक्सलियों के मंसूबों को लगातार विफल करते जा रही है। आलम यह है कि नक्सलियों ने लांजी क्षेत्र के जंगलों में बैनर बांधकर अपना विरोध जताया है।
 नक्सली मूवमेंट के चलते पुलिस ने न केवल जवानों को अलर्ट कर दिया है। बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सर्चिंग भी बढ़ा दी है।

जानकारी के अनुसार नक्सली जिले में फिर से अपनी सक्रियता बढ़ा रहे हैं। गुरुवार-शुक्रवार की रात्रि नक्सलियों ने बैनर, पोस्टर बांधकर अपनी मौजूदगी का एहसास कराया है। लेकिन नक्सलियों के मंसूबों को पुलिस विफल करते जा रही है। पिछले दो वर्षों में नक्सली उन्मूलन में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। नक्सलियों का मुखबिर तंत्र कमजोर हुआ है। 
ग्रामीणों के बीच उनकी पकड़ ढीली हुई है। पुलिस की लगातार कार्रवाई से नक्सली हतोत्साहित होते जा रहे हैं।

कांद्रीघाट के जंगल में बांधे बैनर :

लांजी अनुविभाग अंतर्गत बहेला पुलिस थाना के सीतापाला चौकी के कांद्रीघाट के जंगल में नक्सलियों ने बैनर, पोस्टर बांधकर विरोध जताया है। नक्सलियों ने पर्चें भी फेंके हैं। नक्सलियों ने लांजी-भिलाई मार्ग पर जंगलों में यह बैनर बांधे हैं। इस दौरान नक्सलियों ने विशेष दस्ता भर्ती अभियान को बंद करने सहित अन्य मांगों का उल्लेख किया है। 
बैनर, पोस्टर बांधे जाने की जिम्मेदार टाडा दलम एरिया कमेटी और दडेकसा दलम ने ली है। पुलिस ने सतर्कता के साथ दो बैनर को जब्त करने में सफलता हासिल कर ली है।

जंगलों में बढ़ाई सर्चिंग :

घटना के बाद से जंगलों में सर्चिंग बढ़ा दी गई है। जवानों को अलर्ट कर दिया गया है। खासतौर पर सीमावर्ती क्षेत्रों में पुलिस विशेष निगाहें रख रही है। ताकि नक्सली किसी भी घटना को अंजाम न दे सकें। उल्लेखनीय है कि लांजी क्षेत्र का जंगल महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य की बार्डर से लगा हुआ है। 

जिसके चलते लांजी के जंगलों में नक्सलियों की मौजूदगी बनी रहती है। हालांकि, नक्सलियों ने अभी किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दिया है। लेकिन इस संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता है।
विशेष दस्ता के रुप में हो रही युवाओं की भर्ती
जिले में नक्सली उन्मूलन के लिए युवाओं की भर्ती की जा रही है। 
विशेष सहयोगी दस्ता के रुप में युवाओं को नियुक्त किया जाएगा। चयनित युवक पुलिस, हॉकफोर्स, सीआरपीएफ और सुरक्षा में लगे जवानों के साथ सहयोगी के रुप में कार्य करेंगे।
 स्थानीय स्तर के युवक होने के कारण पुलिस का सूचना तंत्र मजबूत होगा। जिसके कारण नक्सली अभी से घबराने लगे हैं। विदित हो कि जिले में विशेष सहयोगी दस्ता अभियान के तहत 80 युवाओं की भर्ती की जा रही है। जिसका नक्सलियों ने विरोध जताया है।
इनका कहना है :
सीतापाला चौकी अंतर्गत कांद्रीघाट के जंगल से पुलिस ने दो बैनर जब्त किए हैं। दोनों बैनर से यह स्पष्ट होता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस का मुखबिर तंत्र काफी मजबूत है। 
पुलिस के लिए यह एक अच्छा संकेत है। विशेष सहयोगी दस्ता अभियान के माध्यम से जिन युवाओं की भर्ती की जा रही है, उससे नक्सली उन्मूलन में सहयोग मिलेगा। युवाओं की भर्ती से नक्सलियों में भय का माहौल है। नक्सली हतोत्साहित है।
-समीर सौरभ, एसपी, बालाघाट

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