झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड जब तक मांगों को पूरा नहीं करती तब तक कर्मी प्रबंधन के समझ अनिश्चितकालीन भूखहड़ताल पर बैठेगी.... आशीष
गुरुवार, 21 सितंबर 2023
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रवि फिलिप्स (ब्यूरो चीफ धनबाद) भानुमित्र न्यूज़🖋️
धनबाद:झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड एवं इसके अनुषंगी कंपनियों के अंतर्गत लगातार हो रहे कर्मचारियों की अनदेखी के खिलाफ आगामी 26 सितंबर 2023 से निगम मुख्यालय के समक्ष अनिश्चित कालीन भूखहड़ताल किया जाएगा।
ज्ञात हो कि पूर्व में भी अपनी 18 सूत्री मांगों को लेकर संघ निगम मुख्यालय के समक्ष भूखहड़ताल किया था तथा प्रबंधन ने मांगों को गंभीरता से लेते हुए पूरा करने का आश्वासन दिया था । परंतु 10 माह होने के उपरांत भी आज तक इन मांगों के प्रति प्रबंधन के द्वारा एक भी सकारात्मक पहल नहीं की गई, लिहाजा झारखंड पावर वर्कर्स यूनियन के केंद्रीय कमेटी के द्वारा बैठक से यह निर्णय लिया गया कि प्रबंधन कर्मचारियों की मांगों के प्रति हमेशा से उदासीन रवैया अपनाते आ रही है तथा लिखित समझौता करने के उपरांत भी उसे लागू नहीं करना जिससे कर्मी ठगे महसूस कर रहे हैं। लिहाजा संघ की बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जब तक हमारी मांगों को प्रबंध पूरा नहीं करती तब तक कर्मी प्रबंधन के समझ अनिश्चितकालीन भूखहड़ताल पर बैठेगी।
ज्ञात हो कि निगम के अधिसूचना संख्या 625 दिनांक 30/05/2022 के आलोक में न्यू डिजीग्नेशन मैपिंग के तहत निगम के पूर्व के बहुत से पदों को पदआमेलन करते हुए नए पदों की रचना की गई है जिससे पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के सभी संवर्गों के हित को देखते हुए किया गया है ,परंतु निगम के द्वारा बोर्ड आफ डायरेक्टर (BOD) के द्वारा लिए गए निर्णय को दरकिनार करते हुए सिर्फ पदाधिकारी को इस आदेश का लाभ दे रही है वहीं कर्मचारियों के मामले में इसे लागू नहीं करना चाहती है जिससे कर्मचारियों में काफी निराशा है। उल्टा उसे प्रमोशन देने के बजाय डिमोशन करते हुए तृतीय श्रेणी के कर्मियों का प्रमोशन चतुर्थ वर्ग में किया जा रहा है।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा 10 वर्षों से लगातार कार्य कर रहे अनुबंध कर्मियों के स्थाईकरण के मामले में स्पष्ट आदेश दे देने के उपरांत भी कमेटी के द्वारा मामले को लटकाए रखा जा रहा है, जबकि झारखंड सरकार के द्वारा भी कई विभागों में कार्यरत अनुबंध कर्मियों को स्थाईकरण की प्रक्रिया की जा रही है ।
निगम प्रबंधन के द्वारा संघ के साथ लिखित इकरारनामें के बावजूद 6% विशेष ऊर्जा भत्ता नहीं देना कहीं ना कहीं अपने द्वारा किए गए समझौते के खिलाफ है । संघ के महामंत्री वरुण कुमार सिंह ने प्रबंधन को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि प्रबंधन कर्मचारियों के मांगों को अनदेखी करना बंद करें तथा अपने द्वारा किए गए समझौते को लागू करें ।
*वहीं संघ के अध्यक्ष आशीष कुमार ने बताया कि निगम प्रबंधन के द्वारा 26 सितम्बर से घोषीत अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल के मद्देनजर दिनांक 22/09/23 को अपराहन 12:30 बजे यूनियन को वार्ता के लिए आमंत्रीत किया है जिसका यूनियन स्वागत करती है,बात चित से हीं कोई भी समस्या का समाधान निकलती है।संघ उम्मीद करती है की अब कोई आस्वाशन से काम नहीं चलेगी ।* ज्ञात हो की कमिटी के द्वारा प्रबंधन को कर्मचारियों के मामले में गुमराह करने का काम किया है परिणाम स्वरूप प्रबंधन एवं कर्मचारियों के बीच आज असंतोष का माहौल उत्पन्न हो गई है । अतः संघ माननीय अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक महोदय से अनुरोध करती है कि निगम के द्वारा निर्गत आदेश संख्या 625 को अक्षरशः लागू करने की कृपा करें ताकि राज्य में होने वाले औद्योगिक अशांति को रोका जा सके।
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