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मूर्ति पर माला चढाये और विचारो पर ताला लगाये अम्बेडकर जयन्ती का कोई औचित्य नही:- भंते करूणाकर।

मूर्ति पर माला चढाये और विचारो पर ताला लगाये अम्बेडकर जयन्ती का कोई औचित्य नही:- भंते करूणाकर।


सिन्दरी: दिनांक 14/4/24 जाना जाता है अम्बेडकर जयंती के पावन दिवस के रूप मे। पावन दिवस को अम्बेडकरवादीयो ने सर्व प्रथम रोहङावाध स्थित आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किये।
अपने कार्य से समाज के प्रति समर्पित सतेन्द्र मरांडी ने कहा कि " अम्बेडकर जयंती गंडा और तावीज नही है जिसे धारण कर अम्बेडकरवादी वन जायेगे"।
 बुध्दिजीवी जन कल्याण मंच के महासचिव सुरेश प्रसाद ने कहा कि " भंते करूणाकर का संदेश शतप्रतिशत ठीक है कि हमलोग मूर्ति को माला पहनाते है और विचारो पर ताला लगाना अम्बेडकर जयंती मनाने का कोई औचित्य नही है। "
श्रध्दा सुमन अर्पित करने वालो मे निम्नलिखित ने योगदान दिए:-
सुरेश प्रसाद, सतेन्द्र मरांडी, सुखलाल हासदा, राम गोविंदराम, उमेश महतो,ललिता देवी, चादो देवी, सविता देवी, राजू मल्लिक,पंचम हाङी, अजय कुमार, अभिषेक कुमार, सुमित के साथ अन्य अम्बेडकरवादियो ने सहयोग प्रदान किये।

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