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प्राकृतिक त्योहार सरहुल पर्व में जय प्रकाश भाई पटेल ने कहा कि आदिवासी संस्कृति व प्रकृति की रक्षा जरुरी :-प्राकृतिक का त्योहार सरहुल पर्व संदेश देता हैं कि हम सुखी और खुशहाल रह सकते हैं। :-  मुन्ना सिंह

प्राकृतिक त्योहार सरहुल पर्व में जय प्रकाश भाई पटेल ने कहा कि आदिवासी संस्कृति व प्रकृति की रक्षा जरुरी :-प्राकृतिक का त्योहार सरहुल पर्व संदेश देता हैं कि हम सुखी और खुशहाल रह सकते हैं। :- मुन्ना सिंह

भानुमित्र संवाददाता।

हज़ारीबाग कांग्रेस हजारीबाग लोकसभा प्रत्याशी जय प्रकाश भाई पटेल व समाजसेवी व कांग्रेस वरिष्ठ नेता मुन्ना सिंह जी ने नया बस स्टैंड स्थित सरहुल मैदान के धुमकुड़िया अखड़ा में पहुंचे जिसमें केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष महेंद्र बेक ने जेपी पटेल व मुन्ना सिंह जी का स्वागत किया व अखड़ा में आमंत्रित किया। जेपी पटेल व मुन्ना सिंह जी ने अखड़ा में माथा टेका व आशीर्वाद ग्रहण किया। मुख्य पहन के द्वारा सखुवा फूल खोस कर  व तिलक लगाकर कर जेपी पटेल व मुन्ना सिंह जी को सरहुल की शुभकामनाएं दिया।
मुख्य पहन से जेपी पटेल व मुन्ना सिंह जी ने आशिर्वाद ग्रहण किया। अखड़ा के समीप मुन्ना सिंह जी ने मांदर बजाकर आदिवासी युवाओं व युवतियों  का हौसला बढ़ाया और हजारीबाग के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों से आए हुए सरहुल शोभायात्रा का किया स्वागत। समाजसेवी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुन्ना सिंह ने कहा वसुधैव कुटुम्बकम् के सिद्धांत पर आदिवासी समाज, प्रकृति और धरती को परिवार मानते हैं और उसकी पूजा करते हैं सरहुल पर्व के दिन ,सूर्य भगवान और धरती माँ के ब्याह के साथ सृष्टि का सृजन होता है आदिवासीयों के पर्व-त्योहार प्रकृति और खेती से ही जुड़े हैं - सरहुल पर्व के साथ ख़रीफ़ खेती की तैयारी शुरू की जाती है। यह पर्व संदेश देता हैं कि प्रकृति का संरक्षण कर ही हम सुखी और खुशहाल रह सकते हैं। मुख्य रूप से उपस्थित विक्की कुमार धान, सुनिल तिर्की, प्रदीप बेदिया,जगन  कच्छप , रंजित यादव, बबलू सिंह, सुजित सिंह, दिनेश यादव इत्यादि लोग उपस्थित थे।

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