मेडिकल रिलीफ बनाने पर कर्मचारी ने मांगा रिश्वत पीड़ित हुए नजरबंद, लगाया न्याय की गुहार
गुरुवार, 10 अक्टूबर 2024
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धनबाद : जिले के धनसार थाना क्षेत्र अंतर्गत चांदमारी मांझी बस्ती में बीसीसीएल कर्मी ने बेड़ा कोलियरी के कर्मचारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। वहीं पीड़ित परिवार ने मीडिया को बताया कि बेड़ा कोलियरी के कर्मचारी काजल बोरला ने मेडिकल रिलीफ बनाने के लिए 30 हजार रिश्वत की मांग की। जिसके बाद भुक्तभोगी के बेटे हरेधाम भुईया ने मामले की शिकायत विजिलेंस को कर दिया है। जिसके बाद बेड़ा कोलियरी के कर्मचारी ने भुक्तभोगी परिवार को धमकी दिया है। जिससे पीड़ित परिवार काफी डरे और सहमे हुए है। पीड़ित परिवार धमकी के बाद घर में डरे और सहमे हुए है। पूजा के माहौल में पीड़ित परिवार घर से बाहर नही निकल रहे है जबकि उक्त बीसीसीएल अधिकारी के वजह से नज़र बंद है। महेंद्र भुईया दिनांक 04-08-23 से बीमार पड़े हुए थे। जिसके बाद उन्हें धनबाद के सेंट्रल अस्पताल ले जाया गया था। जहां से उनकी स्थिति को गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें दुर्गापुर रेफर कर दिया गया था। जिसकी सूचना परिवार वाले ने बेड़ा कोलियरी प्रबंधन को दे दिया था। जिसके साथ ही सभी कागजात भी जमा करा दिया है।
बीसीसीएल कर्मी लकवा की बीमारी से ग्रसित है। जिसके कारण ड्यूटी जाने में असमर्थ हैं वहीं भुक्तभोगी का वेतन रोक दिया गया है। भुक्तभोगी के बेटे ने प्रंबंधन को कई बार लिखित आवेदन भी दिया है। परंतु कोई कारवाई नही की जा रही है। भुक्तभोगी डेढ़ साल से कार्यालय का चक्कर लगा रहा है। परंतु प्रबंधन के कर्मचारी काजल बोरला आपदा में अवसर की तलाश में है। बेड़ा कोलियरी के कर्मचारी ने पीड़ित परिवार को कहा कि 'तुम दौड़ते रह जाओगे और तुम्हारा बाप मर जाएगा'। अगर तुम 30 हजार नही दोगे तो तुम्हारा काम नही होगा। वही कर्मचारी ने कहा कि 30 हजार रुपए में कर्मचारी और पदाधिकारी को रुपए देने पड़ते है। चुकी भुक्तभोगी एनसीडबल्यू ए के एरियर का पैसा बीमार पड़ने पर लिव का पैसा एवं मेडिकल बिल बकाया है। इसी सब का भुगतान हेतु 30 हजार रुपए की मांग कर रहे है। जिसके बाद पीड़ित परिवार ने मीडिया से न्याय की गुहार लगाई है।
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