-->
हिन्दू पंचांग के अनुसार हर वर्ष माघ पूर्णिमा के दिन पर मनाया जाते है। गुरु संत रैदास जी के जयंती।

हिन्दू पंचांग के अनुसार हर वर्ष माघ पूर्णिमा के दिन पर मनाया जाते है। गुरु संत रैदास जी के जयंती।

भानुमित्र संवाददाता।

हजारीबाग मंण्डई खुर्द रविदास समिति हजारीबाग के द्वारा मनाया गया संत रैदास जयंती समारोह का आयोजन हुआ। वही लोगों ने बताया कि संत रैदास जी  अपने रचनाओं से सामाजिक बुराईयों को दूर करने एवं समाज को एकता का उपदेश देने वाले महान संत दर्शनशास्त्री थे। उन्होंने समाज में समानता और न्याय के लिए काम किया था।साथ ही भारतीय भक्ति आन्दोलन के प्रमुख संतों में एक थे।  उन्होंने कर्म बंधन में बन्ध रहियो फल की ना तज्जियो आस कर्म ही मानुष्य का धर्म है।संत रविदास  कोई भी व्यक्ति छोटा या बड़ा अपने जन्म के कारण नही होता बल्कि अपने कर्म के कारण होता है उसे उंचा या नीचा बनाता है।   आत्मज्ञान का मार्गदर्शन दिखाया है। उनके कहावत था कि मन चंगा कठौती में गंगा मतलब मन को आत्मा पवित्र होने की जरूरत है ना की किसी पवित्र नही में नहाने से अगर हमारी आत्मा ओर हृदय शुद्ध हो तो हम पूरी तरह से पवित्र है। चाहे हम घर में ही क्यों ना नहाये । मन शुद्ध है ओर नीयत अच्छी हो तो हर काम पवित्र होता है। मौके पर उपस्थित समिति के अध्यक्ष विजय कुमार दास पूर्व अध्यक्ष प्रमोद कुमार दास कृष्णा कुमार दास झारखंड पुलिस संयोजक छोटे लाल रविदास शंकर कुमार दास राजकुमार दास रंजीत कुमार दास प्रभु रविदास मुकेश कुमार दास बाबू संदीप कुमार दास सागर कुमार अंकित कुमार विक्कू कुमार रोहित सुभाष कुमार सिकन्दर कुमार लाल राम सुरेन्द्र दास विनोद कुमार प्रमेशवर  राम सोनू शामिल थे।

0 Response to "हिन्दू पंचांग के अनुसार हर वर्ष माघ पूर्णिमा के दिन पर मनाया जाते है। गुरु संत रैदास जी के जयंती।"

Ads 1

TOP CONTENT

ADS 3

ADS 4