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सादा जीवन उच्च विचार के मूर्ति थे बाबु प्रभुनाथ सिंह।

सादा जीवन उच्च विचार के मूर्ति थे बाबु प्रभुनाथ सिंह।


सिंदरी:दिनांक 29/6/25 को प्रभु धाम शहरपुरा सिन्दरी मे आयोजित कार्यक्रम को बाबु प्रभुनाथ सिंह जी की पुण्य दिवस सादगी और सद्भाव के रूप मे याद किया गया।
प्रभुनाथ सिंह जी अपना पुरा जीवन सादगी और सद्भाव पूर्ण व्यतीत किए। 
अपने जीवनकाल मे सहयोगीयो और समाज के लोगो के दुख और सुख मे भागीदारी निभाते रहे, जिसका हर्ष यह हुआ कि आज भी लोगो के दिलो मे वसे हुए है।
अपने पिताश्री के 9वी पुण्य दिवस पर पूर्व पार्षद सह सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश सिंह ने कहा कि " पिताश्री प्रभुनाथ सिंह जी समाजिक सद्भाव के साथ दुखहरण के रूप मे भी जाने जाते थे 
समाज और सहयोगीयो के दुख बर्दास्त नही कर सकते थे इसलिए बराबर उनके साथ दुखहरण के रूप मे खङा रहते थे।
सिन्दरी उनका कर्मभूमि होने के कारण सारा जिन्दगी कर्म और धर्म के प्रति जागरूक रहे। उनके सादगी और सद्भाव के पथ को जीवन पर्यन्त निभाएंगे और निभा रहे है।"
छोटे पुत्र कामेश्वर सिंह ने कहा कि " पिताश्री आज हमलोगो के बीच नही है परन्तु ऐसा लगता है आज भी हमलोगो को सादगी और सद्भाव का आशीर्वाद दे रहे है।जिसे प्रेरणा के रूप मे ग्रहण कर रहे है।"
उपस्थित प्रभुनाथ सिंह प्रेमियो ने सादगी और सद्भाव की मूर्ति प्रभुनाथ सिंह जी को पुष्प अर्पित कर नमन किए। नमन करनेवालो मे निम्नलिखित ने कार्यक्रम के सफल आयोजन मे भागीदारी वने।
दिनेश सिंह, कामेश्वर सिंह, सुरेश प्रसाद, दीपक कुमार दिपू, राज विहारी सिंह, एडवोकेट दिनेश सिंह, रणधीर सिंह, दिलीप रिटोलिया, विजय सिंह वशिष्ठ सिंह, राजू पाण्डेय, मुन्न मुखिया, सत्यदेव सिंह कामख्या सिंह, विदेशी सिंह, अजय सिंह, अजय कुमार काग्रेस अध्यक्ष,सोनू गिरी, सुनील सिंह, रणजीत सिंह, संजय सिंह, शैलेन्द्र द्विवेदी के अलावा सैकङो ने अपना बहुमूल्य समय देकर सहयोग किये।

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