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पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने के.बी. सहाय और सिद्धू-कान्हू की मूर्तियां टूटने पर जताया गहरा आक्रोश।

पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने के.बी. सहाय और सिद्धू-कान्हू की मूर्तियां टूटने पर जताया गहरा आक्रोश।


घटनास्थल पर मुन्ना सिंह ने अपने निजी मीडिया प्रतिनिधि विक्की कुमार धान को भेजकर लिया ज़मीनी फीडबैक, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग
के.बी. सहाय और सिद्धू-कान्हू जैसे महापुरुषों की प्रतिमाएं केवल स्मारक नहीं हैं, वे हमारे इतिहास की जीवंत प्रतीक हैं- मुन्ना सिंह 
भानुमित्र संवाददाता।

हजारीबाग की ऐतिहासिक पहचान को झकझोर देने वाली घटना ने शुक्रवार को पूरे ज़िले में आक्रोश की लहर दौड़ा दी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री के.बी. सहाय और आदिवासी चेतना के महानायक वीर सिद्धू-कान्हू की प्रतिमाओं को अराजक तत्वों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यह कृत्य न केवल मूर्तियों के विरुद्ध अपराध है, बल्कि समाज के आदर्शों, मूल्यों और आत्मसम्मान पर सीधा प्रहार है। इस गंभीर और निंदनीय घटना की जानकारी मिलते ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सदर विधानसभा प्रत्याशी मुन्ना सिंह ने गहरी चिंता और पीड़ा व्यक्त की। उन्होंने घटनास्थल की स्थिति का त्वरित आकलन कराने हेतु अपने निजी मीडिया प्रतिनिधि विक्की कुमार धान को तुरंत मौके पर भेजा और घटना की सटीक जानकारी प्राप्त की। मुन्ना सिंह ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एक कड़ा बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने इस घटना को हजारीबाग की आत्मा को आहत करने वाला बताया। मुन्ना ने कहा कि यह हमला केवल पत्थर की प्रतिमाओं पर नहीं, बल्कि उस विचार और उस चेतना पर है जिसने इस देश को एक दिशा दी। उन्होंने कहा कि के.बी. सहाय और सिद्धू-कान्हू जैसे महापुरुषों की प्रतिमाएं केवल स्मारक नहीं हैं, वे हमारे इतिहास की जीवंत प्रतीक हैं। इस प्रकार की कायरता, समाज को विभाजित करने वाली ताकतों की साजिश है, जिसे किसी भी सूरत में सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि दोषियों को शीघ्र चिन्हित कर उन्हें कानून के दायरे में लाया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि खंडित प्रतिमाओं का पुनर्स्थापन गरिमापूर्वक और शीघ्रता से किया जाना चाहिए। सिंह ने प्रशासन को आगाह करते हुए यह भी जोड़ा कि यदि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकनी है तो प्रतिमा स्थलों की स्थायी सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है। अपने बयान में उन्होंने हजारीबाग की जनता से संयम और शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन साथ ही यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी इस विषय को हल्के में नहीं लेगी। यह लड़ाई आदर्शों की रक्षा की है।

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