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बाढ़ पीड़ितों कि बेवशी, कटिहार के 50 से ज्यादा गाँवों में अब तक कोई राहत सामग्री नही हुआ वितरित

बाढ़ पीड़ितों कि बेवशी, कटिहार के 50 से ज्यादा गाँवों में अब तक कोई राहत सामग्री नही हुआ वितरित

कटिहार, संवाददाता।

बाढ़ से जिंदगी के जंग में ना जिंदगी जीत पा रही है और ना पेट और भूख के बीच के जंग में पेट | रोते बिलकते एक परिवार कि ये तस्वीर आपके मन को विचलित कर देंगी | बेवशी का ये आलम कटिहार के हसनगंज प्रखंड का है जहाँ हरिनाम महतो अपनी बीमार पत्नी के लिए निकला तो था दवा लाने लेकिन बाढ़ के पानी ने इसके परिवार को जिंदगी भर का जख्म दे दिया | हरिनाम महतो कि मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हो गई ! बाढ़ के इस भयावह पानी में जहाँ नावों को रस्सी के सहारे खीच कर किनारे पर लाया जाता है ताकि नाव बाढ़ के पानी के तेज बहाव में ना बह जाय | लेकिन इस तेज बहाव वाले पानी में हर नाव सुरक्षित किनारे लग जाएगी इसकी कोई गारंटी नहीं है | हरिनाम जिस नाव से अपनी पत्नी के लिए दवा लाने निकले थे वो नाव पानी के तेज बहाव में पलट गई और हरिनाम कि मौत हो गई | बिहार के 19 जिलों में आई बाढ़ के कारण अब तक सैकड़ों लोगों कि जान चली गई है | ये बाढ़ कि जाती ही नहीं और सिस्टम है कि जाता ही नहीं | इतना ही नहीं कटिहार के 50 से ज्यादा गाव में अब तक कोई राहत सामग्री नहीं पहुची है बाढ़ के पानी कि वजह से अन्य जगहों से यहाँ का संपर्क टूट गया है | न्यूज़ नेशन कि टीम लगातार  पानी के रस्ते एक ऐसी ही जगह पहुची जहाँ अब तक कोई नहीं पंहुचा | यहाँ भूख कि बेवशी में बेवश कई लोग दिखे | इनका कहना है कि ना प्रशासन और ना नेता इनकी सुधि लेने अब तक नहीं आये, | राहत के नाम पर अब तक इन्हें कुछ नहीं मिला | अचानक आये बाढ़ में सारे अनाज और घर डूब गए किसी तरह इनकी जान बच पाई है लेकिन भूख से बेवश लोग बेवशी कि सिसकियों के साथ जब अपना दर्द बयां किये तो जैसे मानो किसी के भी कलेजे फट जाएँ | कई जगहों पर राहत अब तक नहीं पहुच पाई है जिसकी वजह से लोग कई दिनों से भूखे है सड़क संपर्क टूट जाने के कारण ही लोग भूख कि बेवशी में बेवश हो गए हैं | इस सवाल पर बाढ़ राहत के स्पेशल कमिश्नर सुधीर कुमार कहते है कि वो उन इलाकों में जाने कि कोसिस कर रहे हैं पर बाढ़ के ताण्डवी पानी कि वजह से वहां नहीं पहुच पा रहे है | बाढ़ के पानी से जहाँ एक तरफ लोग जिंदगी कि जंग हार रहे हैं वहीँ दूसरी तरफ भूख कि जंग में जिंदगी को बचाए रखना एक बड़ी चुनौती बन कर सामने आ रही है |

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