
DPM कार्यालय बना लूट-खसोट का अड्डा
DPM कार्यालय बना लूट-खसोट का अड्डा
छपरा (बिहार) , संवाददाता।
एक है DPM (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी), सदर अस्पताल छपरा "धीरज कुमार"
जय हो अनुबन्ध वाला साहेब.......जय हो मैनेजमेंट.....
जिले के ऐसे विचित्र अनुबन्ध वाले नौकरशाह को बिहार में बिरले ही कभी कोई देखा होगा,,इनके ऊपर लगे आज तक आरोप को यदि इक्कट्ठा किया जाए तो हमे डर है कि कहीं वो विश्व रिकॉर्ड न बन जाये,,आरोपों की फेहरिस्त जिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह के जमाने से अब तक जितनी बार अखबारों में छपी कि उन सबकी कटिंग यदि इकट्ठा की जाए तो चंद्रकांता संतति की उपन्यास की 14 सीरीज छोटी पड़ जाएगी। C.S.विनय कुमार यादव के जमाने में वे सदर अस्पताल के बिग बॉस/किंग कॉन्ग की कुर्सी संभाल चुके है,जिस किसी भी कर्मी से अनबन हुई उसकी बदली दूर-दराज के ग्रामीण क्षेत्रों में मिनटों में कर दी गई। C.S.निर्मल कुमार से तो कई बार गंभीर स्तिथि बनी,और वे धीरज कुमार को "चरित्र हीन" तक की संज्ञा दे दिए। दें भी क्यों नही जो भी इनकी महिला मित्र हुई उनके साथ उनके पतियों का भी ध्यान रखा गया,,,अब पूछिये मत आप खुद पता कर लीजिए।इनकी मैनेजमेंट क्षमता इतनी मजबूत है कि किसी के पास हिम्मत नही खिलाफत का।एम्बुलेंस संचालकों 102 को भी पेड़ने में माहिर इस साहब का विरोध जम कर कुछ महीनों तक हुआ।एम्बुलेंस के पैसे अवैध रूप से निकालने का भी आरोप इनके ऊपर लगा।इनके कार्यालय कक्ष में भी इनके बेइज्जती का रिकॉर्ड भी सबसे ज्यादा है,,,जनसंख्या नियंत्रण कोषांग,भारत सरकार के द्वारा,जनसंख्या नियंत्रण के लिए आम लोगों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के बंदर बाँट में भी अव्वल रहे।लेन-देन में इनके चलते नाहक में सदर PHC का एक कर्मी विजिलेंस के हत्थे लग गया।NRHM और समान ख़रीदगी की फ़ाइल तो छूने लायक भी नही, चुकी वो तो,,,, कुछ डॉक्टर और मैनेजर नौकरी छोड़ कर चले गए।अनुबंध पर नर्सो के बहाली में भी ये चर्चा में खास थे। जिलाधिकारी के प्रत्येक आदेश को यदि मिलाया जाए तो असली राज खुलेगी कि आखिर ये कितने वरीय अधिकारियों के आदेश को काट कर अपना आदेश पारित किए है,अपने निजी स्वार्थ के लिए।इनके सिवान स्तिथ महादेवा रोड में बन रहे मकान और दिल्ली में लिए गए फ्लैट की भी चर्चा सदर अस्पताल में सुनी जा सकती है।सरकार बदलती रही किन्तु साहेब,,,,,, कमजोर के कारण इस अनुबन्ध के साहेब जैसा पदाधिकारी जल्दी कहीं नही मिलेगा,,,अरे भाई भगवान भी धरती पर है और,,,,, कुछ भी हो भाई सरकार साहेब को भेजा है तो जैसा भी हो हमलोगों को साहेब कहना और मानना तो पड़ेगा ही।
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