
सरकार को मिले "जैसे को तैसा" जबाब
सरकार को मिले "जैसे को तैसा" जबाब
विजय कुमार शर्मा पश्चिमी चंपारण बिहार
मानव श्रृंखला के विरोध का सबसे कारगर तरीका यह है कि सरकार को उसी के भाषा में जवाब दिया जाए सरकार के सचिव का एक लेटर हैं जिसमें यह कहा गया है कि शिक्षक से चुनाव एवं आपदा के अलावे किसी अन्य गैर शैक्षणिक कार्य में नहीं लगाया जा सकता है और एक पत्र में मानव श्रृंखला में लगाने की बात है जो विरोधाभासी हैं अतः इसपर एक याचिका हाई कोर्ट में दायर कर दिया जाए और फिर शिक्षा मंत्री की तरह एक ही वयान दिया जाए की मामला कोर्ट में है सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने पर शिक्षक खुशी से मानव श्रृंखला में भाग लेंगे शिक्षक हमेशा सरकार की भले की सोचेगा सरकार अपनी चिंता शिक्षकों पर छोड़ दे श्रृंखला पर सर्वोच्च न्यायालय जो फैसला आएगा वह सभी को मान्य होगा।
इस तरह सरकार को जैसे को तैसा वाला जबाब मिल जाएग
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