
गेहूं खेत के सुनहरे होते रंग को देखकर किसानों के चेहरे हुए रंगीन
विजय कुमार शर्मा बगहा प,च,बिहार
बिहार के प,च,बगहा अनुमंडल क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों में इस बार गेहूं की कटाई बैसाखी तक शुरू हो जाएगी। गत वर्ष अक्तूबर में पड़ी बेमौसमी धुंध के कारण गेहूं की बिजाई पिछड़ गई थी, जिस कारण पिछले साल के मुकाबले इस बार गेहूं की कटाई बैसाखी तक जोर पकड़ेगी, जबकि पिछले वर्ष बैसाखी के मौके पर मंडियों में आमद हो गई थी। गेहूं की हरियाली के बाद सुनहरी होते जा रहे रंग को देखकर किसानों के चेहरे भी रंगीन हो गए हैं, क्योंकि भारी लागत खर्चों से तैयार की गेहूं की फसल उनकी आर्थिक जरूरतें पूरी करती हुई किसानों को खुशहाल करती है।
मंडियों में सफाई अन्य सुविधाओं के प्रबंध पूरे हो चुकी है
मार्कीट सीजन के लिए किसानों को मंडियों में साफ-सफाई, बिजली, पानी तथा छाया के प्रबंध कर लिए गए हैं। मंडियों में कोई मुश्किल नहीं आने दी जाएगी।
ट्रक यूनियन वह कैंटर यूनियन के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि ट्रक कैंटर की ओर से मंडियों में कोई मुश्किल नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने मांग की कि पिछले साल के मुकाबलेे खर्चे लगभग 50 प्रतिशत कम हो गए हैं। यदि सरकार बढ़ाने की समर्था नहीं रखती तो ये पिछले साल वाले बरकरार रखे जाएं, क्योंकि मौजूदा रेटों मुताबिक ट्रक आप्रेटर अपने खर्चे भी पूरे नहीं कर सकेंगे।
खरीद प्रबंधों में कोई मुश्किल नहीं आएगी
मंडियों में किसानों को सरकार बेहतर सहूलियतों के नाम से खरीद प्रबंधों में कोई मुश्किल नहीं आने देगी। सरकार ने अपने कार्यकाल के दो सीजनों दौरान किसानों की फसलों की खरीद तथा भुगतान एकसार करके एक इतिहास कायम किया है।
सरकार बोनस देे मांग की कि बढ़ रहे लागत खर्चों तथा डीजल के बढ़ रहे भाव के कारण केन्द्र व राज्य सरकार किसानों को गेहूं की खरीद पर प्रति क्विंटल 300 रुपए बोनस दे, ताकि किसान आर्थिक पक्ष से मजबूत हो सकें।
किसान यूनियन ने कहा कि प्रत्येक वर्ष आग से नष्ट होती गेहूं की फसलों को बचाने के लिए शार्ट-सर्किट के कारण दूर किए जाएं तथा ढीली तारों को कसा जाए, क्योंकि पावरकॉम की लापरवाही से गेहूं की फसलों का भारी नुक्सान होता है।
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