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विधायक के गुर्गों पर युवती ने लगाया गैंगरेप का आरोप

विधायक के गुर्गों पर युवती ने लगाया गैंगरेप का आरोप

उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में प्रकाशपुरम से 16 अप्रैल की रात अपहृत किशोरी ने बरामदगी के बाद रविवार को सनसनी फैला दी। उसने पहले एक विधायक के गुर्गों पर गैंगरेप का आरोप लगाया। न्याय के लिए सपा के पूर्व मंत्री शिवपाल यादव के सामने पहुंची। शाम को नाटकीय अंदाज में थाने में उसके बयान बदल गए। वह अब रेप का आरोप लगा रही है। अन्य युवकों को आरोपित का मददगार बता रही है।
परिजनों के मुताबिक 17 अप्रैल को थाने में बेटी के अपहरण का मुकदमा लिखाया था। आरोप लगाया कि प्रकाशपुरम निवासी राहुल, सोनू, मोनू, जावेद, कृष्णा आदि बेटी को गाड़ी में उठाकर ले गए हैं। घरवालों के अनुसार थाना पुलिस ने शनिवार को बेटी को बुलंदशहर से बरामद किया। उसके बाद उनके सुपुर्द कर दिया। उसे मेडिकल के लिए नहीं भेजा। घर पर बेटी ने बताया कि पांच लड़कों ने उसके साथ रेप किया था। आरोपित फोन पर किसी से विधायक जी बोलकर बार-बार बात कर रहे थे। एक जगह उन्होंने गाड़ी भी रोकी थी। गाड़ी में विधायक बैठे थे। बेटी सामने आने पर उन्हें पहचान लेगी।
सपा सरकार के पूर्व मंत्री शिवपाल यादव रविवार को एक कार्यक्रम में एत्मादुद्दौला क्षेत्र में आए थे। पीड़िता को लेकर परिजन वहां पहुंच गए। शिवपाल यादव के समक्ष न्याय की गुहार लगाई। आरोप लगाया कि पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। सपा के एमएलसी दिलीप यादव भी कार्यक्रम में मौजूद थे। सपा नेता के समक्ष न्याय की गुहार की चर्चा ने खलबली मचा दी। मामला पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस के संपर्क करने पर घरवाले पीड़िता को लेकर थाने पहुंच गए।
आरोपों में सत्ताधारी विधायक का जिक्र आने पर पुलिस के हलक सूख गए। घंटों पुलिस ने पीड़िता से बातचीत की। रात करीब साढ़े आठ बजे पीड़िता के नाटकीय अंदाज में बयान कराए गए। शाम को वह अपने बयानों में कई आरोपों से पलट गई। उसने कहा कि रेप सिर्फ एक युवक ने किया था। शेष मददगार के रूप में उसके साथ थे। आरोपित फोन पर किसी से विधायक जी बोलकर बात कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। वह बालिग है। जबकि घरवाले उसे नाबालिग बता रहे हैं।


पुलिस ने उड़ाई नियमों की धज्जियां

एक लड़की का अपहरण हुआ। मुकदमा दर्ज हुआ। वह बुलंदशहर से बरामद हुई। पुलिस ने बरामदगी के बाद कोई लिखापढ़ी नहीं की। उसे घरवालों के सुपुर्द कर दिया। तत्काल मेडिकल के लिए नहीं भेजा। पीड़िता ने गंभीर आरोप लगाए तो पुलिस बचाव में जुट गई। उससे बंद कमरे में लंबी बातचीत की। बाद में मीडिया के समक्ष उसके बयान दर्ज कराए। ताकि यह साबित कर सके कि पीड़ित अपने बयान पलट रही है। पूरे घटनाक्रम के दौरान कोई वरिष्ठ अधिकारी थाने नहीं पहुंचा। रेप के मामले में सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन है। पुलिस ने सारे कायदे कानून ताक पर रख दिए। पुलिस अपने बचाव में अब यह बोल रही है कि उसने पीड़िता को कैमरे के सामने पेश नहीं किया था।
कोर्ट में दिए कराएंगे बयान
एसपी सिटी अनुपम सिंह ने बताया कि सोमवार को पुलिस पीड़िता को कोर्ट के समक्ष पेश करेगी। कोर्ट से इस संबंध में जो आदेश मिलेंगे पुलिस उसका पालन करेगी। मुकदमे में नामजद मुख्य आरोपित राहुल गिरफ्तार है।

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