नशे में टल्ली होकर शादी करने पहुंचे दूल्हे से दुल्हन ने शादी करने से इंकार कर दिया। शुक्रवार की रात धूमधाम से बारात केंदुआ काठगोला मैदान से कुसुंडा न्यू मैरिन आईएन चंद्रो नीचे धौड़ा पहुंची थी। दुल्हन के इंकार के बाद पुटकी थाने की पुलिस लड़के और उसके पिता को थाने ले गई। शनिवार को शादी का खर्च लौटाने की शर्त पर दोनों पक्षों में समझौता हुआ।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आईएन चंद्रो नीचे धौड़ा की लक्ष्मी से केंदुआ काठगोला मैदान निवासी जीतेंद्र भूईयां के बेटे रोहित की शादी तय हुई थी। धूमधाम से 70-80 लोग दूल्हे के साथ बारात में शामिल होकर दुल्हन के घर पहुंचे। बारात के द्वार लगने के बाद जब दूल्हे को वरमाला के लिए ले जाया गया तो वह स्टेज पर ही लड़खड़ाने लगा। रोहित अपने पांव पर खड़ा नहीं हो पा रहा था। दूल्हे का हावभाव भांपते ही दुल्हन ने पूरे समाज की मौजूदगी में रोहित से शादी से इंकार कर दिया। लड़की पक्ष ने स्थानीय पार्षद सावित्री देवी को बुलाया। पार्षद ने मामले की शिकायत पुटकी थाने में की। दूल्हे को मारपीट से बचाकर किसी तरह पुटकी थाना ले जाया गया। शनिवार को लड़के के पिता ने शादी में हुए खर्च की राशि को लौटाने की हामी भरी तो थाने से उसे छोड़ा गया।
रूमाल छीनने की रश्म में खुल गया भेद
शादी के लिए दुल्हन पक्ष काफी उत्साहित था। मंडप और घर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था। आसपास के लोगों को भोज के लिए आमंत्रण दिया गया था। हर तरफ जश्न का माहौल था। इसी बीच जब बरात आई तो रूमाल छीनने की रश्म होने लगी। दुल्हन पक्ष के लड़कों ने जैसे ही रोहित के मुंह पर लगे रूमाल को झपटा तो रूमाल के साथ व्हाइटनर (नशे का सामान) भी उनके हाथ लग गया। उस समय तो बात आई-गई हो गई, लेकिन जब दूल्हे को रसगुल्ला खिलाया गया तो उसने अपने नशे में होने की पूरी गवाही दे दी। दुल्हन पक्ष ने जब दबाव बनाया तो लड़का कहने लगा कि वह चार-पांच साल से नशा कर रहा है।
जीजा ने उठाया था अनाथ दुल्हन की शादी का बीड़ा
बिन मां-बाप की दुल्हन की शादी का बीड़ा उसके जीजा सुदेश भूईयां और दीदी ने उठाया था। लड़की के माता-पिता का निधन बचपन में ही हो गया था। दीदी और जीजा ने उसे अपने साथ रखा। मामूली काम करके सुदेश ने अपनी साली लक्ष्मी की शादी का पैसा जुटाया था। इस घटना से दुल्हन पक्ष को गहरा आघात पहुंचा है।