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बैंकों में हड़ताल से 12 सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित

बैंकों में हड़ताल से 12 सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित

वेतन बढ़ोतरी की मांग पर कोल्हान के चार हजार से ज्यादा बैंककर्मी बुधवार को हड़ताल रहे। हड़ताल शुक्रवार सुबह छह बजे तक जारी रहेगी। पहले दिन कोल्हान में 41 बैंकों (सरकारी व निजी बैंकों) की करीब साढ़े पांच सौ शाखाएं बंद रहीं। इससे 12 सौ करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हुआ है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने हड़ताल की घोषणा की थी। नवंबर 2017 से बैंककर्मियों का 11वां वेतन समझौता वार्ता लंबित है।
आईबीए की मनमानी से हड़ताल: फोरम के सह संयोजक हीरा अरकने ने बताया कि इंडियन बैंक एसोसिएशन की मनमानी के कारण हड़ताल का निर्णय लिया गया है। मई 2017 से वेतन समझौते पर 15 बार इंडियन बैंक एसोसिएशन के साथ बैठक हुई। लेकिन, बगैर किसी निर्णय के समाप्त हो गई। यूनियन द्वारा चार्टर ऑफ डिमांड देने पर भी आईबीए ने उचित कदम नहीं उठाया।

दिनभर नारेबाजी: हड़ताल के दौरान बैंककर्मियों का समूह बिष्टूपुर में भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, ओरियंटल कॉमर्स बैंक व सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के समक्ष मांगों के समर्थन में दिनभर धरना दिया। दर्जनों बैंककर्मी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इधर, स्टेट बैंक यूनियन के मानकी देवगम, रिंटू रजक, लक्ष्मण लोहरा ए एसके अदक के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ है।

आदित्यपुर में हंगामा: आदित्यपुर स्थित एक बैंक की शाखा में बुधवार दोपहर हंगामा हो गया, क्योंकि बैंक के शाखा प्रबंधक कार्यालय खोलकर बैठे थे। सूचना पाकर यूनियन के दर्जनों सदस्य वहां पहुंचे और कार्यालय बंद कराया।


स्कूल फीस नहीं हुई जमा: बैंकों में हड़ताल के कारण लोगों को स्कूल फीस जमा करने में दिक्कत हुई। खड़गपुर में नियुक्त रेलकर्मी एसपी दुबे का पुत्र दयानंद पब्लिक स्कूल में पढ़ता है। छुट्टी मिलने पर जमशेदपुर आए थे। लेकिन, बैंक ऑफ इंडिया का शटर बंद देखकर मायूस हो गए। उन्होंने कहा अब जुर्माने के साथ फीस जमा होगी।

ड्राफ्ट-चालान नहीं बना, चेक फंसा: व्यवसायी बैंकों की हड़ताल से ज्यादा परेशान हुए। जमशेदपुर के बैंकों में तीन हजार से ज्यादा ड्राफ्ट, चालान, आरटीजेएस व एनइएफटी नहीं बने। दो हजार से ज्यादा चेक क्लीयर नहीं हुए।

एटीएम से मिलेंगे नोट: तीन बैंकों के एजीएम ने फोन पर बताया कि हड़ताल के दोनों दिन लोगों को एटीएम से नोट मिलेंगे। मंगलवार देर शाम भी एटीएम में एजेंसी से नोट डलवाया गया है। जबकि, क्षमता के अनुरूप अतिरिक्त नोट दिए गए हैं। ताकि, गुरुवार को जरूरत के अनुसार एटीएम में नोट डाला जा सके।

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