
देहरादून में कूड़े के ढेर से पूर्व सांसद के घर में लगी आग, दुर्लभ किताबें जलीं
सोमवार, 21 मई 2018
पूर्व राज्यसभा सांसद तरुण विजय के घर के पास कूड़े के ढेर में लगी आग उनके घर तक पहुंच गई। आग के कारण उनके घर में रखीं कई दुर्लभ पुस्तकें जलकर खाक हो गई।
पूर्व सांसद तरुण विजय का घोसी गली में पुश्तैनी आवास है। उनकी माता के निधन के बाद से भवन खाली पड़ा हुआ था। तरुण विजय नई दिल्ली में रहते हैं और बीच-बीच में यहां आते रहते हैं। उनकी गैर मौजूदगी में लोगों ने यहां कूड़ा फेंकना शुरू कर दिया। पिछले दिनों नगर निगम में चली हड़ताल के कारण कूड़े का ढेर कुछ ज्यादा ही हो गया।
शनिवार रात को कूड़े के इस ढेर पर किसी ने आग लगा दी। जो पूर्व सांसद के घर तक पहुंच गई। यहां पहली मंजिल पर कमरे में कई दुर्लभ पुस्तकें रखी हुई थीं। तरुण विजय को नई दिल्ली में रात में ही किसी ने घर में आग लगने की सूचना फोन पर दी। उन्होंने राजपुर रोड विधायक खजानदास से फोन पर मदद मांगी। इस पर पुलिस और नगर निगम अधिकारी सक्रिय हुए। नगर आयुक्त विजय जोगदंडे, एसपी सिटी प्रदीप राय, कोतवाल बीबीडी जुयाल मौके पर पहुंचे। दमकल वाहन ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। इसके बाद आसपास सफाई अभियान भी चलाया गया। घर में आग की सूचना के बाद पूर्व सांसद तरुण विजय तड़के नई दिल्ली से दून पहुंच गए।
उन्होंने बताया कि जो पुस्तकें जली हैं वह काफी संजोकर रखी थीं। करीब दो सौ पुस्तकें जली हैं। इनमें आचार्य चतुरसेन शास्त्री, गुरुदत्त, बंकिम का समग्र हिंदी अनुवादित साहित्य, प्रेमचंद्र व दीनदयाल उपाध्याय से जुड़ा साहित्य शामिल है। इन किताबों की क्षतिपूर्ति नहीं हो सकती, उनसे भावुक रिश्ता था। इस घटना पर उन्होंने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करने को शिकायती पत्र दिया है। जिसमें आस पड़ोस के 25 लोगों के हस्ताक्षर हैं। उन्होने कहा कि वह कूड़े के प्रति लोगों की सोच बदलने के लिए युवाओं को साथ लेकर जल्द ही दून में स्वच्छता संग्राम शुरू करेंगे।
हड़ताल टूटने के बाद कूड़ा उठान में आई तेजी
देहरादून। नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने के बाद कूड़ा उठान के काम में तेजी आई है। हालांकि अभी भी शहर में कई जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। नालियां चोक पड़ी हुई है। नगर निगम के मौजूदा साठ वार्डों में निगम के सफाई कर्मचारियों ने व्यापक स्तर पर सफाई अभियान चलाया। शहर के कई क्षेत्रों से अब तक 240 टन कचरा साफ किया गया। ये सारा कूड़ा शहर से बाहर हरिद्वार रोड स्थित ट्रांसफर स्टेशन भेजा गया। यहां से उसे शीशमबाड़ा भेजा जा रहा है।