
एमजीएम अस्पताल में हर बीमारी की एक ही दवा दे रहे पैरासिटामोल
सोमवार, 21 मई 2018
कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में इन दिनों हर तरह की बीमारियों से ग्रसित मरीजों को एकमात्र दवा पैरासिटामोल (पीसीएम) दी जा रही है। अस्पताल में 56 तरह की दवाओं में से सिर्फ आठ दवाएं ही उपलब्ध हैं।
मार्च से ही दवाओं की किल्लत
एमजीएम में दवा खरीद के लिए दिसंबर में एक करोड़ रुपये आए। इसके बाद एक बार भी व्यापक तौर पर दवाओं की आपूर्ति नहीं की गई। मार्च से ही अस्पताल में दवाएं खत्म हैं। बीच-बीच में छिटपुट तौर पर दवाओं की आपूर्ति हुई। नए वित्तीय वर्ष में एक बार भी दवाओं का नया स्टॉक नहीं आया।
दस दिन पहले भेजी थी सूची, अबतक नहीं हुई आपूर्ति
5 मार्च को स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ने एमजीएम को पत्र भेजकर आवश्यक दवाओं की विस्तृत सूची देने की मांग की थी। विभागाध्यक्षों से सूची लेकर 8 मई को मुख्यालय भेज दिया गया, पर अबतक आपूर्ति नहीं की गई है।
बढ़ रहे मरीज, घट रहीं दवाएं
एमजीएम ओपीडी व इमरजेंसी में शुक्रवार को 1297 मरीजों ने इलाज कराया। गर्मी के कारण मरीज बढ़ रहे हैं और दवाइयों की कमी होती जा रही है। ओपीडी डिस्पेंसरी में 56 तरह की दवाएं स्वीकृत हैं, पर सिर्फ 8 दवाएं ही उपलब्ध हैं। मौसमी बीमारियों के इलाज के नाम से केवल पैरासिटामॉल, एंटीबायटिक, कफ सिरप व ओआरएस ही शेष रह गया है। चर्म रोग, बदन दर्द, सिर दर्द, पेट दर्द, उल्टी-दस्त, मलेरिया, कमजोरी, लू, एलर्जी आदि की दवाएं खत्म हैं।