-->
करोड़ की हेरा फेरी, खेला जा रहा भ्रष्ट कमाई का खेल

करोड़ की हेरा फेरी, खेला जा रहा भ्रष्ट कमाई का खेल

संतकबीरनगर ।

  जिले के पूर्ति विभाग में प्रति माह लगभग  करोड़ की हेरा फेरी भ्रष्ट कमाई का खेल खेला जा रहा है। इसका खुलासा करते हुए कई कोटेदारों ने पत्रकार बन्धु से स्वंग पूरी कहानी को कह सुनाई  जिम्मेदारों के जेबे गर्म  हो रहे हैं।  करोड़ की  कमायी का बहुत बड़ी रकम होती है। आखिर इस लूट का बड़ा हिस्सा कहां कहां बंटता है, यह तो पता नहीं, लेकिन विभाग के बाबुओं की अलीशान कोठियां और उनका रहन सहन देख कर यह ज्ञात होता है कि इस मोटी कमाई के हिस्से मे पूरी सहभागीता है इन सब का कोटे दारो से पूछने पर पता चलता है की बाबू पाँच हजार प्रति माह पैसा लेते है तब गल्लज की उठान होती है इस प्रकार करोडो के हेरा फेरी मे कौन कौन ब्यक्ति सामिल है ।

गत दिवस जिले के बघौली ब्लाक के एक कोटेदार और एक महिला  के बीच बातचीत से हुई, जिसमें महिला  कोटेदार ने यह बतायी  कि वह जिला पूर्ति विभाग को रजिस्टर पर दस्तखत कराने के लिए  हर माह दस से इक्कीस हजार  हजार देती  है। उसका कहना है कि यह देनदारी गल्ले के उठान पर निर्भर है। आधा खाद्यान्न उठाने वाला कोटदार इससे अधिक देता है तो कम अनाज उठाने वाला कोटेदार इससे कम रकम पर ही दस्तखत करा लेता है।खलीलाबाद ब्लाक हो या बघौली ब्लाक हो बाबू ने  कोटेदार से  21 हजार घूस प्रतिमाह का औसत निकाला तो चौंकाने वाले तथ्य मिले। जिले मे वर्तमान में कुल 1330 कोटेदार है।  1300 कोटेदार यदि 21 हजार महीने औसत की दर से विभाग को घूस देते हैं तो यह रकम हर महीने  1330×21000के हिसाब से 2 लाख 79 हजार प्रतिमाह बैठती है।

बताते हैं कि हर महीने इतनी बड़ी रकम का मंत्री से संत्री लेबल तक बंदर बांट होता है। यही कारण है कि इस विभाग का चपरासी, बाबू भी आलीशान घरों का मालिक दिखता है। बाकी जिले के वरिष्ठ अफॅसरों को कितना मिलता होगा, यह समझने की बात है।न

विडियों में तमाम खुलासे होने है  । सदर तहसील में विभाग ने धन वसूली के लिए जिला मुख्यालय ।  पिछले कई सालों  से इस काम को अंजाम दे रहा है। सूत्रों का कहना है कि पूर्ति विभाग ने पूरे जिले में पैसे वसूलने वाले भी लगे हुए हैं जैसे वसूली कर्ता को तहसीलवार या कहीं कहीं ब्लाकवार बिठा ऱखा हैं।

0 Response to "करोड़ की हेरा फेरी, खेला जा रहा भ्रष्ट कमाई का खेल"

Ads 1

TOP CONTENT

ADS 3

ADS 4