
शंकर बाबू के निधन से अभिभावक विहीन हुए कार्यकर्ता
शंकर बाबू के निधन से अभिभावक विहीन हुए कार्यकर्ता
पाकुड से सुदीप कुमार त्रिवेदी ।
महेशपुर के लकड़ी मिल वाले शंकर बाबू आज हमारे बीच नहीं रहे आज प्रातः 9 बजे उनका देहांत हो गया। शंकर बाबू के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन हेतु गांव गांव से लोग पहुंच रहे हैं। शंकर प्रसाद अग्रवाल उर्फ शंकर बाबू का जन्म सन् 1924 में बिहार प्रांत के शेखपुरा में हुआ था।1942 में शंकर बाबू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क में आए और जीवन पर्यंत *राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सेवा करते रहें बाद में भारतीय जनसंघ शामिल हो गए और लंबे समय तक संगठन के लिए कार्य करते रहें।
अंतिम दर्शन करने पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता अनुग्रहित प्रसाद साह ने कहा कि शंकर प्रसाद अग्रवाल उर्फ शंकर बाबू का नाम लेते ही श्रद्धा से सर झुक जाता है क्योंकि संघ विचार परिवार के सभी संगठनों के कार्यकर्ताओं को अभिभावक रूप में प्यार और स्नेह दिया करते थे।एक संरक्षक की भूमिका हुआ करती थी।लेकिन आज उनके निधन से ऐसा लगता है कि हम कार्यकर्ता अभिभावक विहिन हो गए ना सिर्फ महेशपुर,पाकुङिया बल्कि पूरे पाकुङ जिले के लिए एक बड़ी क्षति हुई है।
राष्ट्रवादी विचारधारा के शंकर बाबू तलवा के वनवासी कल्याण केंद्र के संस्थापक अध्यक्ष रहे और वनवासी कल्याण केंद्र को आगे बढ़ाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
सबसे बड़ी बात उनका आवास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ,भारतीय जनता पार्टी,विश्व हिंदू परिषद,वनवासी कल्याण केंद्र, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद,भारतीय मजदूर संघ आदि सभी राष्ट्रवादी संगठनों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है और एक अघोषित कार्यालय के रूप में लोग जानते हैं। इस संगठनों के कार्यकर्ताओं को शंकर बाबू का भरपूर प्यार और स्नेह मिलता रहा है लेकिन अब हम कार्यकर्ताओं को उनकी कमी खलेगी ऐसे महान आत्मा का हृदय से हम नमन करते हैं।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अनुग्रहित प्रसाद साह,जिला परिषद के अध्यक्ष बाबूधन मुर्मू, जिला बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष के विवेकानंद तिवारी,जिला बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के सदस्य हिसाबी राय,पूर्व जिला महामंत्री सुरेंद्र प्रसाद भगत प्रखंडस्तरीय बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष तमाल चन्द्र बनर्जी जिला उपाध्यक्ष *रतन प्रसाद साह,फुलबाबू कोड़ा,सूखेन घोष सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने शंकर बाबू के आवास पर पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन कर नमन किया एवं उनके एकमात्र पुत्र अमित कुमार अग्रवाल से मिलकर संवेदना व्यक्त करते ढाढ़स बंधाया
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