
पकी फसल देख किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें । फिर भी देश भक्ति का जज्बा है भारी ।
गुरुवार, 2 अप्रैल 2020
विजय कुमार शर्मा की कलम से बगहा प,च,बिहार
गेहूँ की फसल पूरी तरह पक कर तैयार हो गई है । तथा मौसम भी पूरी तरह साथ दे रहा है । लेकिन सम्पूर्ण लाक डाउन होने के कारण किसान अपने अपने घरों में हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए है । क्या कर सकते है किसान ? जब कोरोना महामारी से बचाव के लिए पूरा विश्व त्राहि माम् त्राहिमाम कर रहा है । तथा घरों से निकलना बंद है । तो बेचारा किसान अपनी पकी गेहूँ की फसल देख कर बेवस और लाचार सा अपने घरों में पड़ा हुआ है । बताते चले कि अब तक गेहूँ फसल की कटनी युद्ध स्तर पर जारी होता । लेकिन सम्पूर्ण लाक डाउन ने सब कुछ ठप कर दिया है । किसानों में गिरधारी लाल शर्मा , जनक यादव, विनोद मिश्रा , जगरनाथ तेली ,आदि किसानों ने बताया कि कोरोना आपदा के चलते अगर सम्पूर्ण लाक डाउन लगा नही रहता । तो अब तक गेहूँ की फसल की कटनी कर किसान थ्रेशर में दवनी कर आपने आपने घरों में गेहूं का आनाज रख दिये होते । किसानों का कहना है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री
लालबहादुर शास्त्री के कार्यकाल कीसमय मे युद्ध के समय जब संकट आया था । तब देशवासियों ने राष्ट्र भक्ति का परिचय दिया था । उसी तरह आज कोरोना संकट की इस दौर में हम भी कुर्बानी देने को तैयार है । जब सम्पूर्ण लॉक डाउन खत्म होगा तभी हम गेहूँ फसल की कटनी
करेंगे । इस बिपदा की घड़ी में हम सभी किसान अपने प्रधानमंत्री के साथ तन मन और धन के साथ समर्पित है ।
करेंगे । इस बिपदा की घड़ी में हम सभी किसान अपने प्रधानमंत्री के साथ तन मन और धन के साथ समर्पित है ।
सबसे पहले राष्ट्र, उसके बाद ही खेती बारी, या काम धंधा होना चाहिए ।