
बिहार में खुल रही सुसाशन की पोल , मजदूर का क्वारन्टीन सेंटर में हो रहा बुरा हाल
बाँका जिला के शंभुगंज प्रखंड के क़सबा गांव में दो भाई मंटू मंडल,अश्वनी मंडल जो दिल्ली में मजदूरी करता था अपनी बाइक से ही लॉक डाउन में भुखमरी से परेशान हो घर के लिए निकल पड़ा, जिसमे की विधिवत सरकार के नियमानुसार दोनों भाइयों ने जगह जगह रुक कर अपना स्क्रीनिंग भी कराता रहा। गांव पहुंचने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा अंचलाधिकारी दल बल के साथ उसके घर जाकर सारे स्क्रीनिंग की रिपोर्ट देखने के बाद गांव में ही स्थित मध्य विद्यालय में जंहा क्वारन्टीन सेंटर बनाया गया था ,वहाँ 14 दिन रुकने की बात कही और साथ मे ये अश्वासन भी दिया कि 14 दिन तक आप दोनों भाई का खाना पीना गांव का मुखिया जियाउर्रहमान द्वारा दिया जाएगा
जिसमे की आज 10 वां दिन है लेकिन नीतीश सरकार के बिहार में सुशाशन सरकार के मुखिया द्वारा खाना क्या पीड़ितों को कोई देखने भी नही आया ।
खाने की मांग करने पर धमकी दिया जाता है
बेचारे गरीब अपने घर का खाना खाने को मजबूर है
और मुखिया द्वारा सेनिटाइजिंग ,मास्क,साबुन का सारा पैसा हड़पने का आरोप पूर्व से सिद्ध हो चुका है
बिहार का ये कैसा शुसाशन है
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