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बिजली की कमी दूर करने के लिये सेंट्रल पूल और सिकिदिरी हाईडल पावर प्लांट का सहारा

बिजली की कमी दूर करने के लिये सेंट्रल पूल और सिकिदिरी हाईडल पावर प्लांट का सहारा

रवि फिलिप्स (ब्यूरो प्रमुख धनबाद)


DHANBAD:राज्य में बिजली संकट अब भी जारी है. राज्य लोड डिस्पैच सेंटर की मानें तो हर दिन औसतन दो सौ मेगावाट बिजली की कमी अभी भी है. जिसे कम करने के लिये झारखंड बिजली वितरण निगम प्रयासरत है. एक ओर जहां सेंट्रल पुल से राज्य में बिजली की आपूर्ति बढ़ायी गयी है. राज्य में बंद सिकिदिरी हाईडल पावर प्लांट को भी शुरू किया गया है. लोड डिस्पैच सेंटर की मानें तो पिछले महीने के बजाय इस महीने टीवीयूएनएल से होने वाले बिजली उत्पादन में वृद्धि हुई है. पहले जहां टीवीयूएनएल के एक यूनिट से बिजली उत्पादन बंद था. वहीं, अब टीवीयूएनएल के दोनों यूनिट से बिजली उत्पादन जारी है. यहां से कुल 320 मेगावाट बिजली तक का उत्पादन वर्तमान में किया जा रहा है. वहीं, आधुनिक पावर प्लांट से वर्तमान में 97 मेगावाट तक बिजली उत्पादन हो रहा है. इंलैंड से 52 मेगावाट तक का उत्पादन किया जा रहा है.


आपूर्ति और मांग के बीच की कमी को दूर करने के लिये सेंट्रल पूल पर निगम निर्भर है. वर्तमान में सेंट्रल पूल से 920 मेगावाट तक बिजली आपूर्ति की जा रही है. जो पहले 700 मेगावाट तक थी. सेंट्रल पुल के जरिये ही एनटीपीसी को बिजली देती है.






एसएलडीसी की माने तो शाम छह बजे के बाद लोड शेडिंग अधिक हो रही है. इस समय राज्य में बिजली की मांग 1700 मेगावाट तक पहुंच जा रही है. जबकि अन्य स्रोतों से प्राप्त बिजली 1300 से 1400 मेगावाट तक है. ऐसे में सिकिदरी हाईडल पावर प्लांट को रोजाना शाम छह बजे के बाद शुरू किया जाता है. हर दिन प्लांट को छह घंटे के लिये ही चलाया जा रहा है. जिससे 100 मेगावाट तक बिजली उत्पादन किया जा रहा है.

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