बिरसा का उलगुलान आदिवासी अस्मितता, स्वतन्त्रता और संस्कृति बचाने का था:- आनंद महतो।
सिन्दरी:- बिरसा समिति सिन्दरी 15 नवंबर "क्रांति दिवस "के रूप में बिरसा की जयंती आदरणीय लक्कि सोरेन की अध्यक्षता में आयोजित किया गया।
बिरसा समिति के संस्थापक आनंद महतो ने अपने संदेश में बिरसा भक्तों को आवाहन किए की "बिरसा का उलगुलान विद्रोह मात्र नहीं बल्कि आदिवासी अस्मिता, स्वतंत्रता और संस्कृति बचाने का संग्राम था। हम सभी बिरसा भक्तों को दमनात्मक कार्रवाई से बचने के लिए एकजुटता जरूरी है।"अंबुज मंडल ने कहां की "क्रांतिकारी बिरसा मुंडा अनपढ़ और अंधविश्वासी आदिवासियों को अंग्रेज सरकार के खिलाफ एकजुट कर उलगुलान का बिगुल फूंकना अद्भुत साहस का प्रतीक है" साथी सुरेश प्रसाद ने कहा कि" बिरसा मुंडा 25 साल के जीवन में देशवासियों को स्वाभिमान और सामाजिक न्याय का अद्भुत पाठ पढ़ाए जो स्मरणीय रहेगा"। सामाजिक कार्यकर्ता सोहन सोरेन ने कहा कि "आदिवासियों के ऊपर दमनात्मक कार्रवाई बिरसा मुंडा सहन नहीं कर सके और और विद्रोह का बिगुल फूंक दिए जिसे उलगुलान कहते हैं "नुनु लाल टुडू ने कहा कि "बिरसा का उलगुलान अबुआ दिसुम अबुआ राज के लिए था इसलिए हम लोगों को अपने अधिकार के प्रति जागरूक होना चाहिए। " कार्यक्रम का शुरुआत सुबह 9:00 बजे मलयार्पण से किया गया क्रांतिकारी बिरसा मुंडा को माल्यार्पण करने वालों का तांता लग गया और संध्या 2:00 बजे विचार गोष्ठी का कार्यक्रम में सर्वप्रथम झारखंड की बहादुर बिटिया जो क्रिकेट में राष्ट्रीय और राजकीय अस्तर में अपना स्थान सुनिश्चित किए जिसे बिरसा समिति सिन्दरी ने सम्मानित किया ।चीफ इंजीनियर सुखदेव महतो(टी एम सी) ने खिलाड़ियों को मोमेंटम देकर सम्मानित किए। जिन खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया उनका नाम नीचे राष्ट्रीय अस्तर के खिलाड़ी जिनका नाम दुर्गा कुमारी मुरमुर और रामा कुमारी महतो है। राज्य स्तर के खिलाड़ी सुनीता कुमारी मुरमुर, पुष्पा कुमारी, लक्ष्मी कुमारी मुरमुर ,उर्मिला कुमारी, नेहा कुमारी, सीमा हेंब्रम तथा कोच श्रीराम दुबे को भी सम्मानित किया गया ।माल्यार्पण कार्यक्रम में बिरसा तकनीकी संस्थान सिन्दरी के निर्देशक प्रोफेसर डॉक्टर डी के सिंह और एसीसी के प्लांट मैनेजर अतुल दत्ता साहब के साथ सर्वप्रथम विरसा समिति के अध्यक्ष आदरणीय लक्कि सोरने भगवान बिरसा को मलयार्पण किए।
कार्यक्रम को सफल करने मे निम्नलिखित साथियो ने योगदान दिये:-
महालाल हासदा, नूनूलाल टुडू, सहदेव सिंह, बारिचि महतो, अमर सिंह, राजा राम रजक, मधु दास, राधेश्याम सर जी, स्वामीनाथ पाण्डे, बिकास ठाकुर, गौतम प्रसाद, सुबल दास,अजीत मंडल, राजू वाउरी, लोगन हेम्ब्रम, गणेश महतो, संतोष महतो, दिपु उरांव, रजनीकांत महतो, विनोद महतो,अशोक मंडल, हेमन्त जयसवाल, सोहन सोरेन, सुरेश प्रसाद, अम्बुज मंडल, नुनूलाल टुडू,डा टुडू, के साथ मदर टेरेसा स्कूल के सौ छात्र और छात्राओ ने बैंड बाजा के साथ स्वागत किये।
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