लक्खि राम सोरेन के शोक दिवस को संघर्ष और सहयोग दिवस के रूप मे याद किये गये।
सोमवार, 15 मई 2023
Comment
सिन्दरी:-15 मई को विरसा समिति सिन्दरी के तत्वावधान मे आयोजित लक्खि राम सोरेन के शोक दिवस को संघर्ष और सहयोग दिवस के रूप मे याद किये गये।
सर्वप्रथम लक्खि दा के प्रथम सुपुत्र सोने लाल सोरेन और आशा हेम्ब्रम ने पुष्प अर्पित कर नमन किये।
विरसा परिसर मे सचिव बबलू महतो ने कहा कि " लक्खि राम सोरेन संघर्ष और सहयोग के प्रति जागरूक थे इसलिए जीवन मे कष्ट के बावजूद विचलित नही हुए। उनके भीतर का शौर्य हिम्मत के रूप मे प्रज्वलित होता था,जिनके कारण हमलोगो के लिए प्रेरणा वने रहे।"
समाजसेवी अम्बुज कुमार मंडल ने कहा कि " लक्खि राम सोरेन का चिन्तन संघर्ष और सहयोग को नारा के रूप मे लोगो के पास ले जायेगे।
डा एच एल टुडू ने कहा कि "लक्खि राम सोरेन का जीवनकाल संघर्ष और सहयोग के आधार पर गुजरा चाहे कारखाना हो, घर हो, समाज हो जो अनुकरणीय है।
लक्खि राम सोरन के " संघर्ष और सहयोग "दिवस पर निम्नलिखित साथियो ने पुष्प अर्पित कर नमन किये:-
बबलू महतो, अम्बुज मंडल, सुरेश प्रसाद, सोने लाल सोरेन, आशा हेम्ब्रम, सोहन सोरेन, डा हेडलाल टुडू, नुनूलाल टुडू,सहदेव सिंह, विरिची महतो,अमर सिंह, पुरन सिंह, राजा राम रजक, महालाल हासदा, वीर सिंह मुण्डा, सागर मंडल, मंगल महतो राधेश्याम सर जी के साथ सैकङो लोग ने योगदान दिए।
0 Response to "लक्खि राम सोरेन के शोक दिवस को संघर्ष और सहयोग दिवस के रूप मे याद किये गये।"
एक टिप्पणी भेजें