अवैध बालू का उत्खनन व बिक्री धड़ल्ले से है जारी, इस पर कौन कसेगा शिकंजा
शनिवार, 3 जून 2023
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संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी थाना क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न बालू घाटों से दिन के उजाले में भी अवैध तरीके से बालू का उठाव व ढुलाई धड़ल्ले से जारी है। जिसमें राणाडीह, सुंडीपुर सहित अन्य कई बालू घाटों का नाम शामिल है। बालू माफियाओं की इतनी मनमानी बढ़ गई है कि रात तो रात ही, दिन के उजालों में भी बालू का उत्खनन कर सैकड़ों ट्रेक्टर से बालू की ढुलाई कर बिक्री की जा रही है। जहां स्थानीय प्रशासन व पदाधिकारियों की लापरवाही साफ-साफ झलक रही है। सड़क के किनारे अवस्थित गांव के ग्रामीणों की चैन की नींद केवल ट्रैक्टरों की हड़-हड़ की आवाज से उड़ जा रही है। लोग काफी परेशान हैं। यदि बालू माफ़ियाओं द्वारा रात व दिन में अवैध बालू की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है तो इससे स्पष्ट होता है कि पदाधिकारियों की भी मिलीभगत है, जिससे बालू माफियाओं द्वारा यूं निर्भीक होकर बालू का उत्खनन कर अधिक दामों में बिक्री की जा रही है। इससे गरीबों के पसीने छूट जा रहे हैं, चुकी एक ट्रेक्टर बालू के लिए दो हजार रुपए से भी अधिक चुकाने पड़ रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले आवास का निर्माण करने में लाभुकों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। राज्य सरकार द्वारा बालू घाटों को चालू नहीं करने से गरीबों की चिंता बढ़ गई है। मजबूरी में जैसे-तैसे व मनमानी पैसे बालू के लिए दिए जा रहे हैं। सवाल यह कि गरीब व्यक्ति आखिर आवास का निर्माण करें तो कैसे, यह चिंतनीय व गंभीर विषय है। बालू माफ़ियाओं में तनिक भी प्रशासन से डर नहीं है। रात में ट्रैक्टर से बालू की ढुलाई करने पर शिकंजा कसने के लिए कोई भी अधिकारी अपना कदम आगे नहीं बढ़ा रहे हैं। अब तो दिन में भी बालू ढुलाई की गति तेज कर दी गई है। एक ओर पदाधिकारी आवास के लाभुकों को निर्माण जल्द पूरा करने की कड़ी निर्देश देते हुए एफआईआर करने का दबाव बनाते हैं। वहीं काफी महंगे दामों में बालू की खरीद करने व आवास निर्माण पूरा करने के लिए लाभुक मजबूर हैं। लेकिन पदाधिकारियों द्वारा बालू माफ़ियायों पर शिकंजा कसने हेतु कोई दबाव नहीं बनाया जाता है। बालू का अवैध उत्खनन व बिक्री पर खनन विभाग भी चुपी साधे हुए है। यही कारण है कि प्रशासन-पदाधिकारी व निर्भीक बालू माफिया मजे में हैं और जनता त्राहिमाम कर रही है।ट्रैक्टर चालक भी नाबालिग होते हैं, जो बालू को जल्द मंजिल तक पहुंचाने की जल्दबाजी में कभी-कभी बड़ी घटना भी कर देते हैं। कई बार इस प्रकार की घटना दुर्घटना भी हो चुकी है, जिसपर कोई लगाम नहीं है।
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