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देवघर विद्युत विभाग में विद्युत अधीक्षण अभियंता अशोक उपाध्याय राजस्व क्षति व भ्रष्टाचार एवं पद का दुरूपयोग कर करोड़ का देते है दान

देवघर विद्युत विभाग में विद्युत अधीक्षण अभियंता अशोक उपाध्याय राजस्व क्षति व भ्रष्टाचार एवं पद का दुरूपयोग कर करोड़ का देते है दान


मुख्य सचिव झारखंड सरकार एवं झारखंड विद्युत बोर्ड के उच्च अधिकारियों को कुछ दिन पहले महेन्दर मराण्डी ने
 एक लिखित शिकायत की थी महेंद्र मरांडी ने लिखित शिकायत में कुछ चीजों को उजागर करते हुए लिखा था देवघर विद्युत विभाग में पदस्थापित विद्युत अधीक्षण अभियन्ता अशोक कुमार उपाध्याय के द्वारा अपने पद का दुरूपयोग कर मनमानी ढंग से कार्य किया जा रहा पर अभी तक इस पर कुछ कार्यवाही नहीं हुआ जिसके आलोक में बहुत अधिक भ्रष्टाचार होने का अनुमान है इसके साथ ही विभाग को बहुत अधिक राजस्व की क्षति होने की आशंका हैं। महेन्दर मराण्डी ने उस शिकायत में कुछ बातों का खुलासा भी किया था 

 श्रावणी मेला के नाम पर निगम से आये हुए ट्रांसफॉर्मर एवं सामान का मोटी रकम ले कर विभाग में बिना सेक्युरटी जामा कराये बड़े होटल, अपार्टमेंट एवं मोबाइल टावर में लगा दिया गया है।

 श्रावणी मेला के नाम पर होटल अंजुला मेंसन का बिल खर्च से अधिक का बिल बनवाया गया |

 अशोक उपाध्याय श्रावणी मेला में राजकिशोर भगत जो मानव दिवस बल को काम भुगतान का करने में अशोक उपाध्याय द्वारा पैसा लिया गया।

  अशोक उपाध्याय के द्वारा गरीब उपभोक्ता पर FIR तथा बड़े लोगों को पैसा ले कर छोड़ दिया जाता है जो निम्लिखित है BRDS007005, WTDS007407, WTDS006744, WTDS007324 |

  अशोक उपाध्याय के द्वारा जेई प्रभात तिवारी का भगीना कमलेश कुमार जो सारठ में मानब दिबस में कार्यरत है वह देवघर में मामा के साथ अबैध बसूली का काम बिना रोक टोक करता है जिसमे अशोक उपाध्याय का सहयोग हैं।
 अशोक उपाध्याय के द्वारा राँची में 7 करोड़ का जमीन अपने पत्नी (चंचला देवी) के नाम से लिया गया जिसका जमीं पेपर संलगन हैं।

 उपाध्याय के द्वारा मुख्यालय के आदेश के विरोध प्रधान लिपिक मदन सिंह को अपने निकट MRT में घुस ले कर पदस्थापित किया गया मदन सिंह द्वारा बाकया राशि वाले उपभोक्ता से पैसे ले कर नये उपभोक्ता बना दिया जाता है जिससे बिभाग को काफी राजस्व की छति होती है न्यू कंजूमर नंबर SSCS010496 पुराना कंजूमर नंबर BBCS007776 जिसका बकाया राशि 12450 लगभग है। इनकै द्वारा ESE के आदेशानुसार ठीकेदारों से अबैध वसूली की जाती है

 अंचल में HT उपभोक्ता लेखा जोखा के लिए के द्वारा बाहर से नाम हिमांशु कुमार सिंह को रखा गया है जो मानब बल दिबस वी नहीं है इनके द्वारा बिल बचत के नाम पर पेसो की मोटी बसूली जाती है।

  अशोक उपाध्याय के द्वारा संवेदक मनोज कुमार सिंह के साथ मिलीभगत कर अंचल कार्यालय के मरम्मत के नाम पर अंत्यधिक बिल बना कर भुक्तान किया गया जिसकी जाँच की जाए|
JEE बिनीता भाष्कर की छवि अच्छी नहीं होने के बाबजूद उनके द्वारा मोटी रकम ले कर सप्लाय JEE पहले देवघर और अभी सारठ के लिए पोस्टिंग किया गया है। इनके द्वारा उपभोक्ताओं को डरा कर अवैध वसूली की जाती है साथ ही साथ इनके पति बिजली बिभाग के बारे अधिकारी बन कर जनता को नौकरी लगाने के नाम पर जनता से ठगी किया जाता है जो की पेपर के माध्यम से उजागर किया गया

 उनके आदेश अनुसार JEE गोविन्द महतो को 4 सेक्शन प्रभार दिया गया है वही महतो के द्वारा सभी सेक्शन में अपने अनुसार लडको को रखते है जो मानब दिबस कर्मी भी नहीं है इसके माध्यम से अबैध वसूली की जाती है जिसमे एक का नाम राजेश यादव तथा दूसरा चन्दन झा है

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