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दलितों के दमन पर जुटी भाजपा सरकार : भूपेंद्र सिंह हुड्डा

दलितों के दमन पर जुटी भाजपा सरकार : भूपेंद्र सिंह हुड्डा

दलितों के दमन पर जुटी भाजपा सरकार : भूपेंद्र सिंह हुड्डा

हिसार , संवाददाता, विक्रम भारद्वाज

किसान पंचायतों की सफलता के बाद दलित सम्मेलन में भी उमड़ा जन सैलाब

दलितों की लड़ाई सड़क से लेकर विधानसभा और संसद तक लड़ेंगे -हुड्डा

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा आज अम्बाला मंडल के साहा में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष फूलचंद मुलाना की अध्यक्षता में आयोजित दलित सम्मेलन में समाज के लोगों व प्रदेश भर से जुटे समाज के नेताओ से रूबरू हुए। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए हुड्डा ने कि दलित प्रेम की पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण कांग्रेस के 10 साल के शासन काल में बतौर सरकार के मुखिया उनका पूरा फोकस दलित समाज के लिए कल्याणकारी योजना बनाने और लागु करने पर रहा। हमने देखा की दलित समाज के अधिकतर लोग गरीबी रेखा से निचे हैं व उन्हें आवास, पेयजल व बच्चों की शिक्षा जैसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। 7 अक्टूबर 2007 को झज्जर रैली में कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने गरीबी रेखा से निचे आने वाले प्रत्येक परिवार को 100-100 गज के आवासीय प्लाट हमारी सरकार के फैसले के अनुसार मुफ्त में देने की घोषणा की।  2014 तक उपरोक्त घोषणा पर अमल करते हुए प्रदेश के 382000 परिवारों को कब्जा दे दिया गया व हर प्लॉटधारी को गृह निर्माण के लिए 91 हजार रुपए की राशि देनी शुरू की । दलित समाज के प्रत्येक घर में फ्री में पानी की टंकी और नल की व्यवस्था की तथा छात्रों को मुफ्त में पाठ्यसामग्री मुहैया करवाई और वजीफे में 3-4 गुणा  बढ़ोतरी की ।

                 हुड्डा ने कहा बीजेपी सरकार ने हमारी दलित समाज हितैषी मुहीम को आगे बढ़ाने की बजाय उलटे उस पर ब्रेक लगा दिए। आज बीजेपी सरकार के पास दलित हित में किया कोई काम गिनवाने लायक नहीं है।हुड्डा ने एलान किया दलित विरोधी भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर विधानसभा और संसद तक लड़ेगी । हुड्डा के संबोधन से पहले समाज के अगवा लोगों व नेताओं ने हुड्डा काल में दलितों के हित किये कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की तथा प्रदेश भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की।  दलित समाज के नेताओं ने ये आशा जताने में संकोच नहीं किया की हुड्डा के नेतृत्व में वो पुराने अच्छे दिन फिर आएंगे ।

                 हुड्डा ने अपने संबोधन में कहा की अनुसूचित जातियों एवम् अन्य गरीब वर्गों की बस्तियों में स्वच्छता एवं निर्मलता को बढ़ावा देने के लिए इन्हीं परिवारों के ग्रामीण आंचल में 11 हज़ार कर्मचारी नियुक्त किये और ठेका प्रथा को खत्म किया। बस्तियों को साफ सुथरा रखने के लिए 200 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च की। कांग्रेस कार्यकाल में गरीबी रेखा से निचे जीवनयापन करनेवाले परिवारों को 20 रुपए प्रति किलो दाल, 2 रुपए प्रति किलो चावल व 1 रुपए प्रति किलो मोटा अनाज दिया गया। इंदिरा गांधी पेयजल योजना के तहत प्रदेश में 10 लाख से ऊपर परिवारों को ने केवल पानी का मुफ्त कनेक्शन दिया गया बल्कि साथ में 200 लीटर की टंकी भी मुफ्त दी गई।

                  अपने कार्यकाल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए हुड्डा ने कहा की दलित समुदाय के लोग बड़ी संख्या में गाय, भैंस,भेड़ -बकरी पालते हैं हमने ये प्रावधान किया की किसी  अनहोनी होने या पालतू पशु के  मरने पर 50 हजार प्रति गाय या भैंस और 20 हजार रूपए प्रति भेड़ या बकरी के लिए दिए जाएंगे। दलित समाज के बहुत से लोग खेतिहर मजदूर भी हैं और कुछ लोग खेती भी करते हैं। कृषि कार्यों में काम करते वक्त अकाल  मौत होने पर आश्रित परिवार को 5 लाख रुपए तक देने का प्रावधान हमने उस समय किया ।

                 उन्होंने कहा की दलित समाज दयनीय आर्थिक स्थितियों को देखते हुए हरिजन कल्याण निगम से लिए गए कर्जवानों के 47 करोड़ रुपए का ब्याज माफ किया। दलित उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए 349 करोड़ रुपए की राशि मुहैया करवाई। हमने समाज की बेटियो व विधवाओ को प्रिदर्शनी शगुन विवाह योजना के तहत शादियों में 31 हजार रुपिये कन्यादान देने का काम किया, जिसके तहत  लगभग 43 हजार शादियों में एक अरब से जयादा कन्यादान के रूप में दिए। दलित समाज के बहुत से लोग मनरेगा में बतौर   दिहाड़ीदार के काम करते हैं  हमने देश मनरेगा में सबसे ज्यादा दिहाड़ी देना तय किया और समाज के 20 लाख छात्रों को मुफ्त में ड्रैस दी। हमने अपने कार्यकाल के दौरान समाज को मजबूती से ऊपर उठाने के लिए 16253 करोड़ रुपए की योजनाएं बनाई और उनको लागू किया जिससे 3 लाख परिवारों को लाभ पंहुचा।

सममेलन में पूर्व मंत्री गीता भुकल ने निंदा प्रस्ताव रखा की भाजपा  नेताओ ने अपने कार्यक्रम में महिलाओ की चुनिया तक  उतरवा कर रखवा दी जो बहुत ही  निंदनीय काम था । प्रस्ताव का सबने  हाथ खड़ा करके समर्थन किया ।

                  इस दौरान 15 सूत्रीय मांग अधिकार पत्र मंच से रखा गया जिसका सभी ने हाथ उठाकर समर्थन किया। हुड्डा ने कहा कि सरकार बनने पर वो इससे भी बढ़कर करके दिखाएंगे।

दलित पंचायत की अध्यक्षता  फूल चंद मुलाना ने की   संयोजक उदयभान विधायक व् सह संयोजक जयबीर बाल्मीकि का भी विशेष योगदान रहा 

                  सम्मेलन को फूलचंद मुलाना, विधायक उदयभान, गीता भुक्कल, जयवीर बाल्मीकि, शकुंतला खटक, पूर्व मंत्री निर्मल सिंह, सुभाष चौधरी, बी. एल. सैनी, दिल्लूराम बाजीगर, अशोक कश्यप, रामभज लोधर, लहरी सिंह, रामबीर सिंह, वरुण मुलाना, बलवीर बाल्मीकि, जितेंद्र बाल्मीकि, बृजपाल छप्पर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर जसवीर गोदर, मनदीप सीहत, सुरेश खुर्दबन, अनूप सिंह, अशोक मेहता, ब्रह्मपाल राणा, विजेंद्र गिल, राजबाला, पिंकी छप्पर, जोगिंद्र बाल्मीकि, जीतराम करवाल, जसवीर सापला और चित्रा सरवारा समेत नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।

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