
उत्तराखंड के सबसे बड़े अफसर की सबसे लंबी की पैदल यात्रा, 46 किमी चलकर लिया जायका
मंगलवार, 1 मई 2018
उत्तराखंड के सबसे बड़े अफसर मुख्य सचिव उत्पल कुमार और उत्तरकाशी के डीएम डॉ. आशीष चौहान ने गोमुख ट्रेक का पैदल जायका लिया। 23 किमी (46 किमी आना-जाना) गंगोत्री-गोमुख-तपोवन पैदल ट्रेक का निरीक्षण करते हुए मुख्य सचिव लौट आए हैं।
मुख्य सचिव चार दिवसीय दौरे पर उत्तरकाशी में चारधाम यात्रा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे थे। शनिवार को वह यात्रा रूट पर व्यवस्था का जायजा लेते हुए गंगोत्री धाम पहुंचे थे। रविवार सुबह वह यहां से गोमुख के लिए रवाना हुए। दोपहर एक बजे वह गोमुख पहुंचे। यहां उन्होंने भोजवासा में रात्रि विश्राम किया। अगले दिन सोमवार को वह तपोवन गए, जहां से देर शाम वह गंगोत्री लौटे। मंगलवार को मुख्य सचिव देहरादून लौट आए हैं। मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने डीएम आशीष कुमार समेत प्रशासनिक टीम के साथ 46 किमी से अधिक पैदल ट्रैक किया। पैदल गोमुख ट्रेक पर जाने वाले वह पहले मुख्य सचिव भी बन गए हैं।
सीएस ने जहां चिन्यालीसौड़ से लेकर गंगोत्री तक मोटर मार्ग पर यात्रियों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वहीं रविवार और सोमवार को गंगोत्री से गोमुख तथा भोजवासा से तपोवन तक पैदल दूरी तय की और ट्रेक रूट की स्थिति की बारीकी से जानकारी ली। उन्होंने गंगोत्री नेशनल पार्क के अधिकारियों को क्षतिग्रस्त हुए मार्ग को सुव्यवस्थित बनाने और भोजवासा से तपोवन जाने के लिए शीघ्र ट्रॉली लगाने का कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। कहा कि गंगोत्री से गोमुख तक 18 किमी के दायरे में बहुत कम शौचालय होने पर पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं को खुले में शौच के लिए विवश होना पड़ रहा है। कहा कि पर्यटकों को परेशानी न हो इसके लिए अतिरिक्त शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था करनी होगी।
सीएस ने कहा कि प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर तपोवन में पर्यटकों एवं ट्रेकरों की आवाजाही हेतु वन विभाग को पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए। कहा कि इस ट्रेक पर किसी भी प्रकार का कचरा नहीं होना चाहिए। वहीं वापस लौटते वक्त सीएस ने सोमवार देर रात को गंगोत्री में स्थित सीवर लाइन एवं बस अड्डे का औचक निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस मौके पर डीएम डा. आशीष चौहान, उप निदेशक गंगोत्री वन्य जीव विहार श्रवण कुमार, वन क्षेत्राधिकारी पीएस पंवार, आपदा प्रबंधन कार्यालय समन्वय जय प्रकाश पंवार, एसडीआरएफ के जवान सहित अन्य लोग शामिल थे।