
कैलाश सत्यार्थी की मौजूदगी में बोले सीएम, झारखंड को बालश्रम मुक्त बनाएंगे
सोमवार, 29 अक्टूबर 2018
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि सरकार झारखंड को बालश्रम मुक्त राज्य बनाएगी। राज्य के हर गांव में बाल पंचायत की स्थापना की जाएगी। बाल मित्र को पांच सौ रुपए सम्मान राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह ऐलान रविवार को कोडरमा के बागीटांड स्टेडियम में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेंस फाउंडेशन (केएससीफ) के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में हजारों बच्चों के बीच किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बाल मजदूरी रोकने और शिक्षा पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2001 में जब वह श्रम मंत्री थे, तब उन्होंने खुद बाल श्रम रोकने के लिए रांची में छापे मारे थे। बाल श्रम को रोकने के लिए हमें गरीबी से निजात पाना होगा। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ही इस समस्या का समाधान है। हमारी सरकार 18 साल तक के सभी बच्चों को अनिवार्य और सुलभ शिक्षा मुहैया कराने के लिए शीघ्र नया कानून बनाएगी।
प्लेसमेंट एजेसी की कार्यप्रणाली चिंता का विषय :
सीएम ने कहा कि प्लेसमेंट एजेंसी की कार्य प्रणाली चिंता का विषय है। यह एजेंसिया झारखंड से बच्चों को ले जाकर दूसरे शहरों में बेच रही हैं और उनका शारीरिक शोषण भी किया जा रहा है। ह्यूमन ट्रैफिकिंग बिल लोकसभा में पारित हो चुका है और हमें उम्मीद है कि जल्द ही यह राज्यसभा से भी पारित हो जाएगा। इससे बच्चों की ट्रैफिकिंग पर निश्चित ही लगाम लगेगी।
झारखंड को मॉडल राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं - सत्यार्थी
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने राज्य सरकार और आयोग की साझादारी को अच्छी पहल बताया। कहा कि हमने झारखंड के 126 गांवों को बाल श्रम मुक्त बना दिया है। लेकिन अभी भी अभ्रक खनन क्षेत्र के ऐसे 500 गांव हैं,जहां हजारों बच्चों का बचपन असुरक्षित है। उन्होंने झारखंड सरकार की तारीफ भी की।समारोह में सुमेधा कैलाश, शिक्षा मंत्री डॉ. नीरा यादव,आवास बोर्ड चेयरमैन प्रो.जानकारी यादव, विधायक मनोज यादव आदि मौजूद थे।