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अपनी जमीन खोकर भी नौकरी के लिए पलायन कर रहे स्थानीय विस्थापित लोग ।

अपनी जमीन खोकर भी नौकरी के लिए पलायन कर रहे स्थानीय विस्थापित लोग ।

विस्थापितों के हक के लिए निर्णायक लडाई लड़ेंगे - रोशनलाल चौधरी।

सीसीएल के विस्थापितों ने भावी विधायक रोशनलाल चौधरी के समक्ष रखी अपनी समस्याएं

रोशनलाल चौधरी ने कहा - बड़कागांव विधानभा में संचालित सीसीएल और एनटीपीसी ने ग्रामीणों को धोखा दिया है

 
भानुमित्र/संवाददाता :- सुनील कुमार की रिपोर्ट

पोटंगा जरजरा के सामुदायिक भवन में स्थानीय विस्थापितों की एक आवश्यक बैठक हुई..!! बैठक में मुख्य रूप से आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह बड़कागांव विधानसभा प्रभारी रोशनलाल चौधरी जी उपस्थित थे। बैठक के दौरान स्थानीय विस्थापितों ने रोशनलाल चौधरी जी के समक्ष अपनी समस्या रखी..!! विस्थापितों ने कहा की सीसीएल के द्वारा उनके जमीन का अधिग्रहण किया गया किंतू कई वर्ष बीत जाने के उपरांत भी आज तक उन्हें उचित मुआवजा एवम लाभ सीसीएल के द्वारा नहीं मिला है. सीसीएल प्रबंधन ने विस्थापितों के साथ छल किया है। विस्थापितों ने अपना दर्द रोशनलाल चौधरी जी के समक्ष रखा विस्थापितों को संबोधित करते हुए। रोशनलाल चौधरी जी ने कहा की विस्थापितों को उचित हक अधिकार के लिए आजसू पार्टी आंदोलनात्मक कदम उठाएगी संपूर्ण बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। विधानसभा क्षेत्र में संचालित विभिन्न ओधौगिक उपक्रम स्थानीय जनता के साथ धोखेबाजी कर रहे हैं..!! सीसीएल एनटीपीसी सभी उद्योगों का यही हाल है..!! ग्रामीणों की जमीन का अधिग्रहण करना और मुआवजा के नाम उन्हें औने पौने दाम देकर देकर धोखा देना, नौकरी में बाहर से लोगों को बुलाकर रखना, इनका पेशा हो गया है ज़रूरत है, बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र में संचालित तमाम उद्योगों के खिलाफ बिगुल फूंकने का..!! विस्थापितों के साथ बहुत अन्याय हो रहा है। उनके साथ धोखेबाजी हो रही। उद्योग अपनी रोटी सेंक रहे..!! और विस्थापित अपनी जमीन खोकर भी रोजगार के लिए अन्यंत्र दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे। अब ये सब नहीं चलेगा ओधौगिक उपक्रम के खिलाफ आंदोलन का शंखनाद होगा। मौके पर आजसू पार्टी के केंद्रीय सदस्य सुनील उरांव, रामगढ़ जिला उपाध्यक्ष बिंदेश बेदिया, आजसू एसटी मोर्चा प्रखंड अध्यक्ष गणेश मांझी, आजसू पंचायत अध्यक्ष ऊरीमारी दशरथ प्रजापति, पंसस किशोर बेदिया, राजेंद्र बेदिया, वार्ड सदस्य देवन बेदिया, फूलचंद बेदिया, भगेश बेदिया, जगरनाथ बेदिया, प्रवीण बेदिया, लक्ष्मण बेदिया, गणेश मांझी, गणेश बेदिया, मोपियारी देवी, शांति देवी, पंकज बेदिया, सुगिया देवी, कुंती देवी, भालो देवी, लक्ष्मी कुमारी, रुचि देवी, सीमा देवी, देवंती देवी सहित दर्जनों विस्थापित ग्रामीण उपस्थित थे।

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